चित्रकूट। डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन की जिला इकाई की बैठक हुई। इसमें महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं के चिकित्साकर्मियों के लिए जारी स्थानांतरण संबंधी आदेश को निरस्त करने की मांग की गई। कहा गया कि यह आदेश कर्मचारियों के साथ-साथ सरकार की नीतियों के भी खिलाफ है। इन सबके विरोध में चार जून से दस तक काला फीता बांधकर कर्मचारी काम करेंगे। बैठक में आंदोलन के शेष कार्यक्रमों की भी जानकारी दी गई। बैठक की अध्यक्षता मंडलीय सचिव जेपी सिंह ने की।
वक्ताओं ने कहा कि महानिदेशक का आदेश कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है। इसके अलावा प्रोन्नति का मुद्दा उठा। साथ ही कहा गया कि फार्मेसिस्टों के पांच सौ पदों को अभी तक नहीं भरा गया, जिससे परेशानी हो रही है। जेपी सिंह ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद भी फार्मेसिस्टों के तबादले कर दिए गए हैं, जिससे कई दिक्कतें आएंगी। दो साल के अंदर सेवानिवृत्त होने वाले, विकलांग और संघ के पदाधिकारियों के भी स्थानांतरण कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसी संबंध में पिछले दिनों लखनऊ में केंद्रीय कार्यकारिणी में चर्चा हुई। तय किया गया था कि इसके खिलाफ फार्मेसिस्ट चार जून से दस जून तक काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। पांच जून को मुख्य चिकित्साधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा जाएगा। 11 से 14 जून तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। 15 को महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण लखनऊ कार्यालय के समक्ष धरना दिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो हड़ताल की घोषणा भी की जाएगी। बैठक का संचालन संघ अध्यक्ष राधेश्याम सिंह ने किया। अनिल कुमार सिंह, मोहनलाल सिंह, प्रेमनारायण सिंह, अभिनंदन सिंह, अवधेश सिंह, राजकरण सिंह, इंद्रराज यादव, एसपी तिवारी, कुशल सिंह, रामप्रकाश निगम, महेंद्र सिंह, राजकरन सिंह, हरीशंकर सिंह भी मौजूद रहे।