चित्रकूट। जिला महिला अस्पताल में भर्ती करने को लेकर दो प्रसूताओं के परिजन डाक्टर से उलझ गए। बाद में एक महिला को भर्ती कर लिया गया, जबकि दूसरी को इलाहाबाद रिफर कर दिया गया। इस संबंध में डाक्टर का कहना है कि परिजन इलाज की गारंटी चाहता है। इसी को लेकर कुछ बतरसन जरूर हुई थी पर किसी तरह के विवाद की बात गलत है।
रविवार की सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे पहाड़ी की तीरघुमाई निवासी बिट्टी (22) पत्नी महेश और साधना (20) पत्नी जयसिंह निवासी बाबूपुर को लेकर परिजन जिला महिला अस्पताल पहुंचे। इन लोगों ने बताया कि प्रसूताओं को पहाड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रिफर किया गया है। आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद डा. आरके चौरिहा ने इनको भर्ती करने से इंकार कर दिया। इस पर ये लोग हंगामा करने लगे। कुछ देर तक चले हड़कंप के बाद बिट्टी को इलाहाबाद रिफर कर दिया और साधना को भर्ती कर लिया गया। इसके बाद मामला शांत हो गया। महिलाओं के साथ आए परिजन रामप्रसाद, संतोष कुमार का कहना था कि महिलाओं को भर्ती करने में देरी की जा रही है। इस संबंध में डा. चौरिहा ने बताया कि किसी तरह की विवाद की बात गलत है। परिजनों को अस्पताल में सुविधाओं की कमी की जानकारी दी गई तो वे लोग इलाज की गारंटी की बात कहकर हल्ला करने लगे थे। उधर, सीएमओ डा. आरडी राम ने कहा कि महिला अस्पताल में सुविधाओं के साथ-साथ स्टाफ की कमी है। जल्द ही व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी।
चित्रकूट। जिला महिला अस्पताल में भर्ती करने को लेकर दो प्रसूताओं के परिजन डाक्टर से उलझ गए। बाद में एक महिला को भर्ती कर लिया गया, जबकि दूसरी को इलाहाबाद रिफर कर दिया गया। इस संबंध में डाक्टर का कहना है कि परिजन इलाज की गारंटी चाहता है। इसी को लेकर कुछ बतरसन जरूर हुई थी पर किसी तरह के विवाद की बात गलत है।
रविवार की सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे पहाड़ी की तीरघुमाई निवासी बिट्टी (22) पत्नी महेश और साधना (20) पत्नी जयसिंह निवासी बाबूपुर को लेकर परिजन जिला महिला अस्पताल पहुंचे। इन लोगों ने बताया कि प्रसूताओं को पहाड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रिफर किया गया है। आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद डा. आरके चौरिहा ने इनको भर्ती करने से इंकार कर दिया। इस पर ये लोग हंगामा करने लगे। कुछ देर तक चले हड़कंप के बाद बिट्टी को इलाहाबाद रिफर कर दिया और साधना को भर्ती कर लिया गया। इसके बाद मामला शांत हो गया। महिलाओं के साथ आए परिजन रामप्रसाद, संतोष कुमार का कहना था कि महिलाओं को भर्ती करने में देरी की जा रही है। इस संबंध में डा. चौरिहा ने बताया कि किसी तरह की विवाद की बात गलत है। परिजनों को अस्पताल में सुविधाओं की कमी की जानकारी दी गई तो वे लोग इलाज की गारंटी की बात कहकर हल्ला करने लगे थे। उधर, सीएमओ डा. आरडी राम ने कहा कि महिला अस्पताल में सुविधाओं के साथ-साथ स्टाफ की कमी है। जल्द ही व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी।