चित्रकूट। श्री बालाजी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चित्रकूट के शिक्षकों के वेतन का मामला अभी तक नहीं सुलझा। प्रधानाचार्य राजनारायण पांडे जहां जिला विद्यालय निरीक्षक को जिम्मेदार ठहराते हैं, वहीं डीआईओएस मंशाराम का कहना है कि प्रधानाचार्य खुद अपने शिक्षकों का उत्पीड़न कर रहे हैं। इनके बोनस आदि दिलाने में उनकी रुचि नहीं है।
प्रधानाचार्य राजनारायण पांडे का कहना है कि विद्यालय के शिक्षकों का मार्च से मई तक का वेतन नहीं बंटा है। आरोप है कि डीआईओएस कार्यालय से बिना कारण बताए ही वेतन रोक दिया गया है। इसके पहले भी वेतन रोका गया था। प्रधानाचार्य का आरोप है कि डीआईओएस जब चाहते हैं तब सहायकों की पंजिका बदल देते हैं और बात करने पर संतोषजनक उत्तर नहीं देते। विद्यालय का स्टाफ वेतन न मिलने से परेशान है। वे अपने घरेलू खर्च आदि के लिए परेशान हैं।
उधर, जिला विद्यालय निरीक्षक मंशाराम ने कहा कि स्टाफ को वेतन न मिलने के जिम्मेदार राजनारायण पांडे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य शिक्षकों के बोनस आदि मामलों का निस्तारण करने में हीलाहवाली करते हैं। बताया कि उनके कार्यालय में यही मामला लंबित है और निपटते ही शिक्षकों का वेतन स्वीकृत कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मामला निपटाना इसलिए भी जरूरी है कि जून में कई शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे हैं।