चित्रकूट। नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होती ही चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। एक ओर जहां वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है, वहीं चुनाव में शिरकत करने वाले राजनीतिक दल भी प्रत्याशियों को लेकर मंथन करने लगे हैं। 7.77 वर्ग किमी में फैले कर्वी नगर पालिका में 25 वार्ड हैं। कर्वी नगर पालिका में पार्षदों की संख्या तीस होती है। इसमें से 25 पार्षदों का चुनाव तो यहां की जनता करती है, जबकि पांच को प्रदेश सरकार मनोनीत करती है। इस बार यहां 52751 मतदाता हैं।
नगर पालिका कर्वी की स्थापना सन् 1958 में नोटीफाइड एरिया कर्वी और टाउन एरिया सीतापुर को मिलाकर चतुर्थ श्रेणी नगरपालिका के रूप में की गई। 15 मार्च सन् 1973 के शासनादेश 562/11-3-92/70 के अनुसार इसको तृतीय श्रेणी की नगरपालिका का दर्जा दिया गया।
बसपा के नेता राम सागर चतुर्वेदी का कहना है कि पार्टी सुप्रीमो मायावती ने साफ तौर पर मना कर दिया है कि पार्टी किसी तरह से निकाय चुनावों में हिस्सा नहीं लेगी। यदि इसके बाद भी कोई बसपा कार्यकर्ता या नेता चुनाव लड़ता है तो उसे पार्टी से निकाल दिया जाएगा। वहीं सपा जिलाध्यक्ष राजबहादुर ने बताया कि पार्टी निकाय चुनावों में कार्यकर्ताओं और नेताओं को चुनाव लड़ने से मना नहीं कर रही लेकिन सपा किसी भी प्रत्याशी को सिंबल नहीं देगी। कांग्रेस जिला अध्यक्ष नत्थू कोल ने बताया कि पर्यवेक्षक आए थे। उन्होंने बताया कि पार्टी अभी तक इंतजार करने की रणनीति अपना रही है। उधर भाजपा की जिला संयोजक रंजना उपाध्याय ने बताया है कि पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के नामों पर विचार के लिए आवेदन मंगा लिए हैं।
चित्रकूट। नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होती ही चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। एक ओर जहां वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है, वहीं चुनाव में शिरकत करने वाले राजनीतिक दल भी प्रत्याशियों को लेकर मंथन करने लगे हैं। 7.77 वर्ग किमी में फैले कर्वी नगर पालिका में 25 वार्ड हैं। कर्वी नगर पालिका में पार्षदों की संख्या तीस होती है। इसमें से 25 पार्षदों का चुनाव तो यहां की जनता करती है, जबकि पांच को प्रदेश सरकार मनोनीत करती है। इस बार यहां 52751 मतदाता हैं।
नगर पालिका कर्वी की स्थापना सन् 1958 में नोटीफाइड एरिया कर्वी और टाउन एरिया सीतापुर को मिलाकर चतुर्थ श्रेणी नगरपालिका के रूप में की गई। 15 मार्च सन् 1973 के शासनादेश 562/11-3-92/70 के अनुसार इसको तृतीय श्रेणी की नगरपालिका का दर्जा दिया गया।
बसपा के नेता राम सागर चतुर्वेदी का कहना है कि पार्टी सुप्रीमो मायावती ने साफ तौर पर मना कर दिया है कि पार्टी किसी तरह से निकाय चुनावों में हिस्सा नहीं लेगी। यदि इसके बाद भी कोई बसपा कार्यकर्ता या नेता चुनाव लड़ता है तो उसे पार्टी से निकाल दिया जाएगा। वहीं सपा जिलाध्यक्ष राजबहादुर ने बताया कि पार्टी निकाय चुनावों में कार्यकर्ताओं और नेताओं को चुनाव लड़ने से मना नहीं कर रही लेकिन सपा किसी भी प्रत्याशी को सिंबल नहीं देगी। कांग्रेस जिला अध्यक्ष नत्थू कोल ने बताया कि पर्यवेक्षक आए थे। उन्होंने बताया कि पार्टी अभी तक इंतजार करने की रणनीति अपना रही है। उधर भाजपा की जिला संयोजक रंजना उपाध्याय ने बताया है कि पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के नामों पर विचार के लिए आवेदन मंगा लिए हैं।