चित्रकूट। पेट्रोल के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी ने लोगों की कमर तोड़ दी है। लोगों का कहना है कि अगर गाड़ी चला रहे हैं तो पेट्रोल भराना मजबूरी है। जिले में जगह-जगह पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला फूंककर दाम बढ़ाने का विरोध किया गया।
व्यापारी नेता पंकज अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने जनता के सिर पर पेट्रोल बम फोड़ दिया है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार तानाशाही रवैये का परिचय दे रही है। उप्र उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भैरो प्रसाद मिश्र ने बताया कि कहा कि केंद्र में जब 2009 में कांग्रेस सरकार बनी, उस समय पेट्रोल की कीमत 39.30 रुपए प्रति लीटर थी जो आज 77 रुपए प्रति लीटर हो गई है। पेट्रोल के दामों की बढ़ोत्तरी को बुंदेली सेना और व्यापार मंडल ने केंद्र सरकार को रावण की संज्ञा दी है। सदर तिराहे पर अतुल सिंह के आवास पर बैठक कर बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि जिस तरह से रावण लोगोें का खून टैक्स के रूप में लेता था, उसी तरह यह सरकार पेट्रोल का दाम बढ़ाकर लोगाें का खून चूस रही है। व्यापारी नेता अंकित पहरिया ने सरकार को इस पेट्रोल की बढ़ोत्तरी का खामियाजा चुनाव में भुगतने को तैयार रहने की चेतावनी दी। बैठक में धर्मेंद्र ओझा, सुजीत द्विवेदी, अतुल पांडे, महेंद्र यादव आदि तमाम लोग मौजूद रहे। माकपा के अमित यादव ने पार्टी कार्यालय के बाहर प्रधानमंत्री का पुतला फूंककर विरोध किया है। इस मौके पर प्रहलाद, बुद्धराज, रामनरेश यादव, देवीदयाल, रमाशंकर भी मौजूद रहे। भाजपा की जिला संयोजक रंजना उपाध्याय में पेट्रोल की कीमतों में भारी वृद्धि का कड़ा प्रतिरोध किया। सपा जिला महासचिव आशू द्विवेदी ने पेट्रोल वृद्धि की निंदा की। युवजन सभा ने कहा कि केंद्र सरकार ने दाम कम नहीं किए तो विरोध किया जाएगा। सदर विधायक वीर सिंह ने भी पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि को जनता के साथ अन्याय बताया है।
महीने में लगेगी साढे़ 16 लाख की चपत
जिले के छ: पेट्रोल पंपों पर हर महीने लगभग 220 हजार लीटर की खपत होती है। साढे़ सात रुपए की दर से 1720 हजार रुपए की चपत लगेगी। सुदर्शन पेट्रोल पंप पर 75000, चित्रकूट फिलिंग स्टेशन पर 70000, रामेश्वर फिलिंग स्टेशन पर 30000, कामदगिरी फिलिंग स्टेशन 30000, गोपाल जी एंड ब्रदर्स से 15000 लीटर प्रति महीने की खपत होती है। हर महीने लगभग 16 लाख पचास हजार की चपत लगने वाली है। पेट्रोल भराने आए तामवनी के ग्राम प्रधान दयानंद चतुर्वेदी ने बताया कि पेट्रोल का दाम बढ़ जाने से काफी दिक्कत होगी। इससे लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। कसहाई निवासी अरविंद ने कहा कि गाड़ी चलाना है तो पेट्रोल तो मजबूरी ही है।