चित्रकूट। ग्राम विकास अधिकारियों और ग्राम पंचायत अधिकारियाें ने बुधवार से जिला पंचायत राज अधिकारी जगदीश यादव के खिलाफ धरना शुरू कर दिया। मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठे ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों के निशाने पर जिला विकास अधिकारी भी रहे। आरोप है कि डीपीआरओ ने कुछ कर्मचारियों से फोन पर गालीगलौज की और डीडीओ ने कई लिपिकों के साथ न्याय नहीं किया। इस दौरान डीपीआरओ के अभद्र व्यवहार पर निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जयकरण सिंह ने की।
कर्मचारियों ने कहा कि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इनका कहना है कि डीपीआरओ ने सचिवों से सुविधा शुल्क मांगा और असमर्थता व्यक्त करने पर गालीगलौज की। संदीप पटेल को बिना कारण बताओ नोटिस के निलंबित कर दिया गया। जिला विकास अधिकारी से ग्राम विकास अधिकारी सतीश पांडे की वेतनवृद्धि किए जाने और चुनकाई यादव स्थापना पटल लिपिक का स्थानांतरण किए जाने को कहा गया। ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष जयकरन सिंह ने कहा कि जब तक डीपीआरओ का तबादला नहीं किया जाता धरना जारी रखा जाएगा। परिषद के उपाध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने कहा कि जो भी अधिकारी जिले में तानाशाही करेगा उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। वीरेंद्र द्विवेदी ने कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण तीन दिन के अंदर नहीं किए जाने पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अन्य घटक दलों के भी आंदोलन में शामिल हो जाने की बात कही। धरने में सतीश पांडे, नागेंद्र प्रताप, दिनेश सिंह, धर्मपाल, प्रद्युम्न सिंह, देवव्रत यादव, जयकरण सिंह, सुरेंद्र सिंह, चंदन सिंह, जगदीश कुशवाहा, वीरेंद्र कुमार द्विवेदी, राजकुमार, नरेंद्र सिंह, अनिल सिंह, योगेंद्र सिंह ने विचार रखे।