चित्रकूट। सूर्य देवता के रौैद्र रूप से लोग झुलस रहे हैं। आलम यह है कि सुबह दस बजे से ही लू के थपेड़े चलने लगते हैं। लोग घर में दुबकने को मजबूर हैं। पिछले सप्ताह यहां का तापमान औसतन 45 डिग्री रिकार्ड किया गया। चिकित्सकाें ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। मंगलवार से नौतपा लगने से गर्मी और बढ़ गई है।
पिछले पखवारे से ही मौसम का मिजाज तल्ख हो गया था। पिछले गुरुवार को सबसे अधिक तापमान 46 डिग्री रिकार्ड किया गया। तापमान बढ़ने से दोपहर मेें लू तेज हो जा रही है, जिससे लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। दोपहर में सड़कें सूनी हो जाती हैं। पंडित बृजेंद्र शास्त्री ने बताया कि मंगलवार से ही नौतपा लग चुका है, जिससे गर्मी और बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि मृग शिरा नक्षत्र से हस्त नक्षत्र तक के समय को नौतपा कहा जाता है। यह नौ दिन चलता है। इस समय गर्मी प्रचंड होती है।
डाक्टर बोले, बच्चों का रखें विशेष ध्यान
बाल रोग विशेषज्ञ सुशील कुमार सिंह, सीताराम गुप्ता और फिजीशियन डा. अशोक गुप्ता ने नवजात बच्चों का विशेष ध्यान रखने को कहा।इनका कहना था कि धूप से निकलने से पहले बच्चों को पानी पिलाएं। अगर बच्चों को धूप में लेकर निकलना पड़े तो उसे तौलिया अथवा कपड़े से लपेट कर निकलें। बाहर का कोई पदार्थ न तो स्वयं खाएं न ही बच्चों को को दें। घर में सफाई का खास ख्याल रखें, जिससे बच्चों को संक्रमण न हो। बच्चों को ठंडे जगह में ही लेकर रहें। डा. सीताराम गुप्ता ने कहा कि धूप में निकलने से पहले भर पेट पानी पीयें। सिर पर तौलिया या साफी रखें। पहाड़ी के पशु चिकित्साधिकारी डा. कबीर ने कहा कि पशुओं की सही देखभाल करे। भैंस को सुुबह-शाम नहलाएं और छायादार स्थान पर बांधें। इसके अलावा साफ पानी और हरे चारे की व्यवस्था करें। पशुओं को टीके समय से लगवाने की भी सलाह दी।
चित्रकूट। सूर्य देवता के रौैद्र रूप से लोग झुलस रहे हैं। आलम यह है कि सुबह दस बजे से ही लू के थपेड़े चलने लगते हैं। लोग घर में दुबकने को मजबूर हैं। पिछले सप्ताह यहां का तापमान औसतन 45 डिग्री रिकार्ड किया गया। चिकित्सकाें ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। मंगलवार से नौतपा लगने से गर्मी और बढ़ गई है।
पिछले पखवारे से ही मौसम का मिजाज तल्ख हो गया था। पिछले गुरुवार को सबसे अधिक तापमान 46 डिग्री रिकार्ड किया गया। तापमान बढ़ने से दोपहर मेें लू तेज हो जा रही है, जिससे लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। दोपहर में सड़कें सूनी हो जाती हैं। पंडित बृजेंद्र शास्त्री ने बताया कि मंगलवार से ही नौतपा लग चुका है, जिससे गर्मी और बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि मृग शिरा नक्षत्र से हस्त नक्षत्र तक के समय को नौतपा कहा जाता है। यह नौ दिन चलता है। इस समय गर्मी प्रचंड होती है।
डाक्टर बोले, बच्चों का रखें विशेष ध्यान
बाल रोग विशेषज्ञ सुशील कुमार सिंह, सीताराम गुप्ता और फिजीशियन डा. अशोक गुप्ता ने नवजात बच्चों का विशेष ध्यान रखने को कहा।इनका कहना था कि धूप से निकलने से पहले बच्चों को पानी पिलाएं। अगर बच्चों को धूप में लेकर निकलना पड़े तो उसे तौलिया अथवा कपड़े से लपेट कर निकलें। बाहर का कोई पदार्थ न तो स्वयं खाएं न ही बच्चों को को दें। घर में सफाई का खास ख्याल रखें, जिससे बच्चों को संक्रमण न हो। बच्चों को ठंडे जगह में ही लेकर रहें। डा. सीताराम गुप्ता ने कहा कि धूप में निकलने से पहले भर पेट पानी पीयें। सिर पर तौलिया या साफी रखें। पहाड़ी के पशु चिकित्साधिकारी डा. कबीर ने कहा कि पशुओं की सही देखभाल करे। भैंस को सुुबह-शाम नहलाएं और छायादार स्थान पर बांधें। इसके अलावा साफ पानी और हरे चारे की व्यवस्था करें। पशुओं को टीके समय से लगवाने की भी सलाह दी।