चित्रकूट। तीस जून से परिषदीय विद्यालयों के 74 और शिक्षक सेवानिवृत्त हो जाएंगे। पहले से ही अध्यापकों की कमी झेल रहे जिले के लिए यह एक और झटका है। शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए विभागीय अधिकारी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहे। उपलब्धि के नाम पर यह बताने से नहीं चूकते कि 120 नए प्राथमिक विद्यालय और बनने जा रहे हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था कैसे की जाएगी, विभागीय अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं। सबसे ज्यादा 22 शिक्षक पहाड़ी ब्लाक से सेवानिवृत्त होंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के 74 अध्यापक इस साल तीस जून से रिटायर्ड हो जाएंगे। जिले में अध्यापकों की पहले से कमी है। पिछले साल के आंकड़े के अनुसार जिले में 883 में से 136 एकल विद्यालय थे। जिले के परिषदीय विद्यालयों में 1960 शिक्षकों की कमी थी, इस साल शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से 2034 हो जाएगी। जिले के 883 प्राथमिक विद्यालयों में 115522 छात्रों के लिए 1453 अध्यापक थे और पिछले वर्ष 420 शिक्षामित्रों को ट्रेनिंग दिलाकर शिक्षक के रूप में नियुक्ति की गई थी, जिससे शिक्षकों की संख्या प्राथमिक विद्यालयों में 1873 हो गई थी, इनमें से 28 इस साल रिटायर होंगे। इसी तरह से 429 जूनियर हाईस्कूलों के लिए अब 730 शिक्षक ही बचेंगे।
उधर, विभाग जिन 120 विद्यालयाें का निर्माण करा रहा है, उनके लिए शिक्षक कहां से आएंगे, फिलहाल यह अधिकारी बताने को तैयार नहीं हैं।
चित्रकूट। तीस जून से परिषदीय विद्यालयों के 74 और शिक्षक सेवानिवृत्त हो जाएंगे। पहले से ही अध्यापकों की कमी झेल रहे जिले के लिए यह एक और झटका है। शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए विभागीय अधिकारी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहे। उपलब्धि के नाम पर यह बताने से नहीं चूकते कि 120 नए प्राथमिक विद्यालय और बनने जा रहे हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था कैसे की जाएगी, विभागीय अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं। सबसे ज्यादा 22 शिक्षक पहाड़ी ब्लाक से सेवानिवृत्त होंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के 74 अध्यापक इस साल तीस जून से रिटायर्ड हो जाएंगे। जिले में अध्यापकों की पहले से कमी है। पिछले साल के आंकड़े के अनुसार जिले में 883 में से 136 एकल विद्यालय थे। जिले के परिषदीय विद्यालयों में 1960 शिक्षकों की कमी थी, इस साल शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से 2034 हो जाएगी। जिले के 883 प्राथमिक विद्यालयों में 115522 छात्रों के लिए 1453 अध्यापक थे और पिछले वर्ष 420 शिक्षामित्रों को ट्रेनिंग दिलाकर शिक्षक के रूप में नियुक्ति की गई थी, जिससे शिक्षकों की संख्या प्राथमिक विद्यालयों में 1873 हो गई थी, इनमें से 28 इस साल रिटायर होंगे। इसी तरह से 429 जूनियर हाईस्कूलों के लिए अब 730 शिक्षक ही बचेंगे।
उधर, विभाग जिन 120 विद्यालयाें का निर्माण करा रहा है, उनके लिए शिक्षक कहां से आएंगे, फिलहाल यह अधिकारी बताने को तैयार नहीं हैं।