चित्रकूट। आखिरकार ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों ने 23 मई से कलमबंद हड़ताल करने का निर्णय ले लिया। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र द्विवेदी ने बताया कि पहले सचिवों की हड़ताल होगी और अगर तब भी मामला न सुलझा तो फिर परिषद के विभिन्न घटक भी साथ देंगे।
गौरतलब है कि सचिव जानकीशरण और नरेंद्र सिंह ने जिला पंचायत राज अधिकारी जगदीश यादव पर गालीगलौज कर सुविधाशुल्क मांगने का आरोप लगाया था। इसे लेकर बाद में अन्य ग्राम पंचायतों के सचिव भी आंदोलित हो गए और इन लोगों ने भी डीपीआरओ पर गंभीर आरोप लगाए। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के भी इस विवाद में कूद पड़ने से सचिवों ने इसे मुद्दा बना लिया है। परिषद के संगठन मंत्री रामदास सिंह के अनुसार, इस संबंध में सीडीओ ने भी जिला पंचायत राज अधिकारी के साथ-साथ जिला विकास अधिकारी को विभिन्न आरोपों और शिकायतों का मंगलवार तक निपटारा करने के निर्देश दिए थे। परिषद के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी की हिदायत के बाद भी मंगलवार को सचिवों के मामले की कोई सुनवाई नहीं हुई, जिससे अब कलमबंद हड़ताल पर जाने का निर्णय किया गया है। इस संबंध में वीरेंद्र सिंह ने डीएम को पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया कि 22 मई तक दोनों अधिकारियों (डीडीओ, डीपीआरओ) ने लंबित समस्याओं के निस्तारण पर कोई रुचि नहीं ली है अत: 23 मई से मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय के सामने ग्राम पंचायत अधिकारी संघ एवं ग्राम विकास अधिकारी संघ ने कलमबंद हड़ताल करते हुए धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।