चित्रकूट। जिला पंचायत सदस्य और भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ कानपुर के सह संयोजक अर्जुन प्रसाद शुक्ला की मिट्टी के तेल कोटे की डीलरशिप के निलंबित करने की कार्रवाई को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाता जा रहा है। अब भाजपाइयों ने इस मुद्दे पर आक्रोश व्यक्त कर कहा है कि पहले मामले की जांच होनी चाहिए थी। भाजपाइयों ने मामले को सड़क पर ले जाने की बात कही है। भाजपाइयों ने डीएसओ पर सत्ता के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
अर्जुन प्रसाद शुक्ला रामनगर में मिट्टी के तेल के ब्लाक वितरक हैं। जिला पूर्ति अधिकारी सत्येंद्र सिंह ने इनके लाइसेंस को उठान न करने के आरोप में निलंबित कर दिया है। साथ ही कोटा राजेंद्र प्रसाद नरेंद्र कुमार थोक मिट्टी तेल विक्रेता कर्वी से संबद्ध कर दिया है। एक दिन पहले जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश पटेल ने आरोप लगाया था कि जिला पंचायत सदस्य होने की वजह से विधायक वीर सिंह के दबाव में अर्जुन प्रसाद का लाइसेंस निलंबित किया गया है। अब भाजपाइयों ने भी इस मुद्दे पर आक्रोश व्यक्त किया है। पूर्व सांसद रमेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि एक मई से तीस मई तक शुक्ला मेडिकल में चल रहे हैं और अगर वितरण को लेकर डीएसओ के पास कोई शिकायत लाई भी गई थी तो इसकी नियमानुसार पहले जांच होनी चाहिए थी। आरोप लगाया कि विधायक ने जिला पंचायत की कुर्सी को लक्ष्य बनाकर ही ऐसा किया है। पूर्व विधायक भैरो प्रसाद मिश्रा ने कहा कि वीर सिंह सभी संवैधानिक औचित्यों का उल्लंघन कर जिला पंचायत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, रंजना, जयविजय सिंह, बद्री विशाल त्रिपाठी, चंद्र प्रकाश खरे, भोलानाथ गुप्ता, मदनगोपाल शुक्ला, शिवशंकर सिंह आदि भाजपाइयों ने मामले को सड़क पर ले जाने की बात कही और कहा कि लाइसेंस बहाली तक यह संघर्ष जारी रखा जाएगा।