चित्रकूट। एेंचवारा की दलित बस्ती रामदास के पुरवा में समाजसेवी संस्था कदम नैक्डोर ने जागरूकता बैठक कर महिलाओं के सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल दिया।
बुंदेलखंड शिक्षा अभियान के जिला संयोजक रामनरेश ने बताया कि यह परियोजना बुंदेलखंड के आठ जिलों में चल रही है। उन्होंने शिक्षा के अधिकार, मनरेगा आदि के बारे में भी बताया। केशर रावत ने गांव के लोगों को जागरूक होने और दूसरों को जागरूक करने की सीख दी। सविता ने बताया कि जबतक हमारा समाज संगठित नहीं होगा तब तक शिक्षित नहीं होगा और बदलाव नहीं हो सकेगा। ब्लाक संयोजक विक्रम ने कहा कि संगठित हुए बिना शोषित समाज की लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती। इसके अलावा गांव के संतोष, उमेश आदि युवकों ने गांव की समस्याएं गिनाईं। बताया कि पुरवा में पेयजल का भारी संकट है। तीन हैंडपंप हैं, जिनमें से दो तो कई साल से बिगड़े पड़े हैं। आजतक किसी अधिकारी का ध्यान इस तरफ नहीं गया। एक हैंडपंप पूरी दलित बस्ती की प्यास नहीं बुझा पा रहा और ऐसे में लोग नालों का पानी पीने को विवश हैं, जिनसे बीमारियों की आशंका बनी रहती है। कहा कि अगर जल्द ही पेयजल की समस्या का समाधान नहीं होता तो लोग धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे। गांव के रामलखन का कहना था कि दस महीने से गांव का प्रधान जाबकार्ड रखे हुए है और मांगने पर देने से इंकार कर देता है।