निही कांड : अन्य आरोपी अभी भी पकड़ से बाहर
चित्रकूट। बलखड़िया गिरोह की गोलियों का शिकार पूर्व बीडीसी सदस्य विजय पाल का मंगलवार को उसके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। बलखड़िया की दहशत से डरी उसकी पत्नी और बच्चों के साथ अन्य सदस्यों ने निही गांव छोड़कर अपने गुरौला वाले घर में पनाह ले ली है। उधर, मानिकपुर पुलिस ने मंगलवार को भी कुछ लोगों को पूछतांछ के लिए थाने में बैठाया और बाद में छोड़ दिया।
मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद पूर्व बीडीसी सदस्य विजय पाल का परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। विजय की पत्नी सुमित्रा अंतिम संस्कार के बाद पुत्र बेटू (6) और दो पुत्रियां वंदना (4) और बिट्टी (एक साल) की सुरक्षा को लेकर दहशत में है। बलखड़िया गिरोह की दहशत से चलते उसने बच्चों और निही में रहने वाले परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मंगलवार को निही गांव छोड़कर अपने गुरौला वाले घर में पनाह ले ली है। ज्ञात हो कि रविवार की रात बलखड़िया गिरोह ने निही गांव में पूर्व बीडीसी सदस्य विजय पाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामले में विजय के पिता बैजनाथ ने बलखड़िया के साथ ग्राम प्रधान रमाशंकर तिवारी, भतीजा गुड्डू, रिश्तेदार संतोष और दशरथ यादव समेत छह के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी। इनमें से संतोष और दशरथ को पुलिस सोमवार को ही पकड़ लाई थी। मंगलवार को भी पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास करती रही। साथ ही दस्यु संरक्षण के आरोप में चुन्नू नामदेव, पूसी तिवारी सहित छह लोगों को थाने पूछतांछ के लिए लाया गया। मानिकपुर एसओ कुशलपाल सिंह ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। कुछ लोगों से पूछताछ कर उन्हें जाने दिया गया।