मऊ (चित्रकूट)। कर्ज से डूबे युवक के शव का रविवार को पोस्टमार्टम किया गया। इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक की लालता रोड शाखा के प्रबंधक विजय बहादुर सिंह ने बताया भी कि इसने अप्रैल में ही बैंक से तीस हजार रुपए का कर्ज लिया था।
शनिवार को ददरी गांव के किसान रामबहादुर मौर्य ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। राम बहादुर कर्ज में डूबा था। रामबहादुर के पिता सुखलाल ने टेंपो के लिए कर्ज लिया था और इसकी चार किस्तें बाकी थीं। टेंपो छह माह से खराब है। गांव की डेढ़ बीघा जमीन भी गहन रखी थी। इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक लालता रोड शाखा मैनेजर विजय बहादुर सिंह ने बताया कि युवक ने अप्रैल में स्वर्णजयंती रोजगार योजना के तहत बीस हजार का लोन लिया था।
एसडीएम अभयराज ने यह मानने से इंकार किया कि युवक ने कर्ज से परेशान होकर फांसी लगाई। उन्होंने कहा कि पता चला है कि पांच महीने से युवक मानसिक रूप से परेशान था। कर्ज जैसा मामला नहीं लगता। रविवार को युवक के पिता सुखलाल के दिल्ली से आने के बाद पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।