चित्रकूट। जिलाधिकारी डा. आदर्श सिंह ने कानून व्यवस्था संबंधी बैठक में पुलिस अधिकारियों को पंद्रह दिन का समय देते हुए शांति व्यवस्था बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि जो भी रिपोर्ट दर्ज कराने आए, उसकी रिपोर्ट प्राथमिकता से दर्ज की जाए। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी केशवदास को निर्देश दिए कि लेखपालों के हल्का व तहसील बदले जाएं।
जिलाधिकारी ने सभी क्षेत्राधिकारियों और थानाध्यक्षों को पंद्रह दिन का समय देते हुए कहा कि घटनाओं और जन समस्याओं का निपटारा प्राथमिकता के आधार पर होना चाहिए। अगर कहीं गलत रिपोर्ट दर्ज की जाए तो उसकी क्रास जांच की जाए। उन्होने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की कि जिस तरह से जनसमस्याओं का निपटारा होना चाहिए, वैसे नहीं हो रहा है। तहसील दिवस की शिकायत का वह भी मौके पर जाकर जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई खुलेआम शस्त्रों का प्रदर्शन करते पाया जाए तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। गेहूं खरीद केंद्र पर जिम्मेदारी तय करने के बाद भी किसी अधिकारी के क्रय केंद्र पर न जाने पर उन्होंने कहा कि अगर किसी केंद्र पर खरीद बंद पाई गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने खनिज के सभी चेक पोस्ट थानों के पास लगाए जाने को कहा पर आगाह किया कि वे लोग केवल रवन्ना की कापी देखें, वसूली नहीं की जाए। दैवी आपदाओं से मरने वाले व्यक्ति के परिवार को तुरंत सहायता के लिए उन्होंने कहा कि अधिकारी उनके निर्देशों का इंतजार न करें और तुरंत राहत दें। सरकारी विभाग अवैध टैक्सियों को न लगाकर पंजीकृत टैक्सी ही लगाएं। उन्होंने कहा कि कब्रिस्तान की जमीनों का चिह्नांकन कर उसकी बाउंड्रीवाल की व्यवस्था की जाए। लंबे समय से एक ही जगह तैनात लेखपालों के हल्का (तैनाती स्थल) और क्षेत्र बदले जाने के लिए उन्होंने अपर जिलाधिकारी को निर्देश दिए।