मऊ (चित्रकूट)। पेट दर्द का इलाज कराने लाए एक बच्चे की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में मौत हो गई। उसके परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगा जमकर हंगामा काटा। इनका कहना था कि बच्चा दर्द से तड़पता रहा और डाक्टर ने हाथ तक नहीं लगाया, जिससे उसकी मौत हो गई। उधर, डाक्टर का कहना है कि इन लोगों ने बच्चे को गांव के झोलाछाप डाक्टर को दिखाया था। जब हालत गंभीर हो गई तो वे बच्चे को यहां लाए।
दुबारी गांव थाना मऊ निवासी भइयालाल पत्नी फूलकुमारी और दो साल के बच्चे गोलू को लेकर अपनी ससुराल रामनगर आया था। भइयालाल ने बताया कि गोलू के पेट में दर्द होने पर वे लोग शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए। इनके साथ गांव का प्रधान कामता प्रसाद भी था। यहां पर न तो कोई डाक्टर था न कोई व्यवस्था। केवल वार्ड ब्वाय पंकज पाठक ही वहां था। काफी देर बाद डाक्टर एसके सिंह आए और टालमटोल करते रहे, बाद में बच्चे को मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक एसके सिंह का कहना था कि वे लोग पहले उसका इलाज झोलाछाप डाक्टरों से कराते रहे। जब हालत गंभीर हो गई तो यहां लाए। जब उन्होंने देखा तो बच्चा मर चुका था।