चित्रकूट। उप्र शिक्षामित्र/शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने बेसिक शिक्षाधिकारी को पत्र लिखकर शिक्षामित्रों के सितंबर से बकाया मानदेय के भुगतान की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि भुगतान जल्द नहीं हुआ और शिक्षामित्रों के दूसरे बैच के प्रशिक्षण के लिए शासनादेश नहीं किया गया तो सड़क पर उतरकर संघर्ष करेंगे।
जिलाध्यक्ष राजेश कुमार पांडे ने कहा कि शिक्षामित्रों की स्थिति मनरेगा मजदूरों से भी बदतर है। इस महंगाई के जमाने में महज 3500 रुपए मानदेय दिया जाता है। उन्हाेंने कहा कि आठ माह से मानदेय न मिलने से शिक्षामित्रों की हालत खराब हो गई है। बेसिक शिक्षाधिकारी को चेतावनी दी यदि मानदेय का भुगतान 31 मई तक नहीं हुआ तो जून में बीएसए कार्यालय का घेराव करेंगे। जिला संरक्षक अमित कु मार त्रिपाठी ने कहा कि सरकार के घोषणा पत्र के अनुसार अध्यापकों के रिक्त पदों पर शिक्षामित्रों क ो समायोजित करते हुए अप्रशिक्षित वेतनमान लागू किया जाए। जिला महामंत्री अनूप मिश्रा ने चेतावनी दी कि मई के अंत तक दूसरे बैच के लिए शासनादेश न जारी किया गया तो शिक्षामित्र जून में सरकार के खिलाफ सड़क ों पर उतर कर आंदोलन करेंगे।
चित्रकूट। उप्र शिक्षामित्र/शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने बेसिक शिक्षाधिकारी को पत्र लिखकर शिक्षामित्रों के सितंबर से बकाया मानदेय के भुगतान की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि भुगतान जल्द नहीं हुआ और शिक्षामित्रों के दूसरे बैच के प्रशिक्षण के लिए शासनादेश नहीं किया गया तो सड़क पर उतरकर संघर्ष करेंगे।
जिलाध्यक्ष राजेश कुमार पांडे ने कहा कि शिक्षामित्रों की स्थिति मनरेगा मजदूरों से भी बदतर है। इस महंगाई के जमाने में महज 3500 रुपए मानदेय दिया जाता है। उन्हाेंने कहा कि आठ माह से मानदेय न मिलने से शिक्षामित्रों की हालत खराब हो गई है। बेसिक शिक्षाधिकारी को चेतावनी दी यदि मानदेय का भुगतान 31 मई तक नहीं हुआ तो जून में बीएसए कार्यालय का घेराव करेंगे। जिला संरक्षक अमित कु मार त्रिपाठी ने कहा कि सरकार के घोषणा पत्र के अनुसार अध्यापकों के रिक्त पदों पर शिक्षामित्रों क ो समायोजित करते हुए अप्रशिक्षित वेतनमान लागू किया जाए। जिला महामंत्री अनूप मिश्रा ने चेतावनी दी कि मई के अंत तक दूसरे बैच के लिए शासनादेश न जारी किया गया तो शिक्षामित्र जून में सरकार के खिलाफ सड़क ों पर उतर कर आंदोलन करेंगे।