पहाड़ी चित्रकूट। लमियारी गांव के लोगों ने नए कोटेदार की नियुक्ति के लिए एसडीएम से गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव का कोटा ममसी में संबद्ध है, जिससे उन्हें परेशानी होती है। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर अपने चहेते लोगों को सरकारी योजनाओं का फायदा देने का भी आरोप लगाया।
गांव के फूलसिंह, कारथ, छोटेलाल, सुरेंद्र ने बताया कि उनके गांव में कोटेदार की नियुक्ति नहीं हुई है। उनका कोटा ममसी में होने पर उन्हें सात किमी दूर से राशन लेना पड़ता है। इन्होंने बताया कि बार-बार खुली बैठकें के लिए ग्रामीण जुटते हैं, किंतु कोटे का निर्धारण नहीं किया जा रहा। ग्रामीणों ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश का उल्लंघन भी हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान न हुआ तो वे जिलाधिकारी के सामने प्रदर्शन को बाध्य हो जाएंगे। ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि ग्राम प्रधान और सचिव दबंगई से अपने चहेते लोगों को ही फायदा दे रहे हैं। विरोध करने पर धमकाते हैं।
पहाड़ी चित्रकूट। लमियारी गांव के लोगों ने नए कोटेदार की नियुक्ति के लिए एसडीएम से गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव का कोटा ममसी में संबद्ध है, जिससे उन्हें परेशानी होती है। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर अपने चहेते लोगों को सरकारी योजनाओं का फायदा देने का भी आरोप लगाया।
गांव के फूलसिंह, कारथ, छोटेलाल, सुरेंद्र ने बताया कि उनके गांव में कोटेदार की नियुक्ति नहीं हुई है। उनका कोटा ममसी में होने पर उन्हें सात किमी दूर से राशन लेना पड़ता है। इन्होंने बताया कि बार-बार खुली बैठकें के लिए ग्रामीण जुटते हैं, किंतु कोटे का निर्धारण नहीं किया जा रहा। ग्रामीणों ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश का उल्लंघन भी हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान न हुआ तो वे जिलाधिकारी के सामने प्रदर्शन को बाध्य हो जाएंगे। ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि ग्राम प्रधान और सचिव दबंगई से अपने चहेते लोगों को ही फायदा दे रहे हैं। विरोध करने पर धमकाते हैं।