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आरक्षण नीति पिछड़े वर्ग के हितों पर कुठाराघात
Chitrakoot
Updated Sat, 19 May 2012 12:00 PM IST
चित्रकूट। कुशवाहा समाज के लोगों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर सरकार की आरक्षण नीति पर सवालिया निशान लगाया है। इससे पहले शहर की प्रमुख गलियों में जुलूस निकाला, फिर धरना दिया। ज्ञापन एसडीएम सीपी उपाध्याय के माध्यम से भेजा है।
ज्ञापन में कहा है कि केंद्र सरकार ने विस चुनाव के पहले नौकरियों में अन्य पिछड़ा वर्ग के 27 फीसदी आरक्षण में से अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फीसदी आरक्षण देने का आदेश दिया था, जो पिछड़े वर्ग के हितों पर कुठाराघात है। इसके अलावा पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा और उनके परिवार को परेशान करने का भी आरोप लगाया। कहा कि कुशवाहा को राजनैतिक साजिश के तहत एनआरएचएम घोटाले में घसीटा जा रहा है। ज्ञापन में अल्पसंख्यकों को दिए गए आरक्षण को समाप्त करने, आरक्षण की पचास फीसदी सीमा समाप्त करने, जातिवार जनगणना कराकर संख्या के अनुरूप जातियों को आरक्षण देने, बाबू सिंह मामले की सीबीआई जांच में कथित पक्षपात खत्म करने, एनआरएचएम घोटाले एवं सीएमओ हत्याकांड मामले में निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को दंड देने की मांगें शामिल हैं। इनकी अगुवाई बृजलाल मौर्य ने की। विजय बहादुर, राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा, गुलाब सिंह, शिव कुमार, जेपी नामदेव, रामप्रताप सिंह, चुन्ना प्रसाद, राकेश सिंह, शिवप्रसाद, राममिलन, छेदीलाल आदि मौजूद रहे।
चित्रकूट। कुशवाहा समाज के लोगों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर सरकार की आरक्षण नीति पर सवालिया निशान लगाया है। इससे पहले शहर की प्रमुख गलियों में जुलूस निकाला, फिर धरना दिया। ज्ञापन एसडीएम सीपी उपाध्याय के माध्यम से भेजा है।
ज्ञापन में कहा है कि केंद्र सरकार ने विस चुनाव के पहले नौकरियों में अन्य पिछड़ा वर्ग के 27 फीसदी आरक्षण में से अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फीसदी आरक्षण देने का आदेश दिया था, जो पिछड़े वर्ग के हितों पर कुठाराघात है। इसके अलावा पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा और उनके परिवार को परेशान करने का भी आरोप लगाया। कहा कि कुशवाहा को राजनैतिक साजिश के तहत एनआरएचएम घोटाले में घसीटा जा रहा है। ज्ञापन में अल्पसंख्यकों को दिए गए आरक्षण को समाप्त करने, आरक्षण की पचास फीसदी सीमा समाप्त करने, जातिवार जनगणना कराकर संख्या के अनुरूप जातियों को आरक्षण देने, बाबू सिंह मामले की सीबीआई जांच में कथित पक्षपात खत्म करने, एनआरएचएम घोटाले एवं सीएमओ हत्याकांड मामले में निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को दंड देने की मांगें शामिल हैं। इनकी अगुवाई बृजलाल मौर्य ने की। विजय बहादुर, राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा, गुलाब सिंह, शिव कुमार, जेपी नामदेव, रामप्रताप सिंह, चुन्ना प्रसाद, राकेश सिंह, शिवप्रसाद, राममिलन, छेदीलाल आदि मौजूद रहे।