चित्रकूट। विकास खंड कर्वी के एक सचिव ने मुख्य विकास अधिकारी से शिकायत की है कि जिला पंचायत राज अधिकारी ने उससे रिश्वत मांगी। जब उसने असमर्थता जताई तो फोन पर अपशब्द कहे और एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी। उधर, जिला पंचायत राज अधिकारी जगदीश यादव ने इसे बेबुनियाद बताया है।
मुख्य विकास अधिकारी को भेजे पत्र में ग्राम विकास अधिकारी जानकी शरण ने कहा है कि वह रसिन, रौली कल्याणपुर, सुदिनपुर, धौरहीमाफी और कंठीपुर आदि ग्राम पंचायतों में तैनात है। 17 मई को सुबह लगभग नौ बजे जिला पंचायत राज अधिकारी जगदीश यादव ने उसके मोबाइल पर फोन किया। आरोप है कि बातचीत के दौरान एक पत्रांक पर जानकारी मांगी। साथ ही कहा कि जो भी धनराशि पिछले सालों और इस साल ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराई गई है, उसका दस फीसदी साथ लेकर आए। जब उसने कहा कि सूचना तैयार है, शाम तक उपलब्ध करा देगा पर रुपए की व्यवस्था नहीं हो पाएगी तो डीपीआरओ भड़क गए और गाली देने लगे। उसने जब विरोध किया तो धमकी दी कि अगर उनके अनुरूप कार्य नहीं किया तो एफआईआर करा देंगे। उसने सीडीओ से मामले की जांच करने की मांग की है।
उधर, डीपीआरओ जगदीश यादव ने आरोपों को निराधार बताया। उनका कहना है कि उन्होंने ग्राम पंचायतों के अभिलेख जानकीशरण से मांगे थे। उपलब्ध न कराने की स्थिति में होने के कारण यह आरोप लगा रहा है।