मऊ (चित्रकूट)। रामनगर से बसपा की ब्लाक प्रमुख प्रभावती देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव बृहस्पतिवार को पारित हो गया। 42 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से 39 ने प्रमुख प्रभावती के खिलाफ मत दिया, जबकि उनके पक्ष में केवल एक सदस्य ने वोट दिया। ब्लाक प्रमुख प्रभावती देवी के अलावा एक अन्य सदस्य अनुपस्थित था। इससे पहले पिछले महीने चित्रकूट से बसपा की ब्लाक प्रमुख रश्मि देवी ने अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर इस्तीफा दे दिया था।
रामनगर ब्लाक प्रमुख के खिलाफ 23 अप्रैल को 42 में से 28 सदस्यों ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर अविश्वास प्रस्ताव लाने का अनुरोध किया था। वृहस्पतिवार को लगभग दस बजे से ब्लाक कार्यालय में क्षेत्र पंचायत सदस्य जुटने लगे थे। जयप्रकाश पांडे ने शुुरुआती कार्यवाही और भूमिका बताई। इसके बाद शिवकुमार ने कहा कि रामनगर में कामकाज में मनरेगा के कामों में अनदेखी की गई है। इसका समर्थन रामलाल ने किया। एक सदस्य का कहना था कि गठित समितियों की बैठक नहीं बुलाई जाती, जिस पर सुबरतिया ने भी सहमति व्यक्त की। इसके अलावा तेरहवें वित्त और डीआरडीएफ के तहत प्राप्त धन का मनमाना खर्च, काम में मानक का ध्यान न रखने और मनरेगा मार्गदर्शिका के अनुसार कार्य न कराने के भी आरोप लगे। एसडीएम अभयराज ने सदस्यों को बताया कि गुप्त मतदान कराया जाएगा और उन्होंने इसका तरीका भी समझाया। लगभग साढ़े बारह बजे मतदान शुरू हुआ। दो बजे के आसपास एसडीएम ने मतदान का नतीजा घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि 40 सदस्यों ने मतदान किया। इसमें से 39 ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में और एक ने विपक्ष में मतदान किया। ब्लाक प्रमुख के अलावा खटवारा के संतोष कुमार अनुपस्थित रहे। एसडीएम ने बताया कि इसकी पूरी जानकारी जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। साथ ही तीन सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी, जो नया प्रमुख चुने जाने तक विकास कार्य कराएगी। इस मौके पर प्रमुख रूप से दिनेश गोस्वामी, इंद्रकुमार सिंह, धर्मराज, धर्मराज द्वितीय, रामलाल, शिवकुमार, द्वारिका प्रसाद भी मौजूद रहे।
इससे पहले पिछले महीने 20 अप्रैल को चित्रकूट की ब्लाक प्रमुख एवं बसपा नेता रश्मि देवी ने इस्तीफा दे दिया था। वह बसपा के प्रभावी नेता दद्दू प्रसाद की रिश्ते में बहू लगती हैं। उनके खिलाफ 99 बीडीसी सदस्यों में से 69 ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपा था।
मऊ (चित्रकूट)। रामनगर से बसपा की ब्लाक प्रमुख प्रभावती देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव बृहस्पतिवार को पारित हो गया। 42 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से 39 ने प्रमुख प्रभावती के खिलाफ मत दिया, जबकि उनके पक्ष में केवल एक सदस्य ने वोट दिया। ब्लाक प्रमुख प्रभावती देवी के अलावा एक अन्य सदस्य अनुपस्थित था। इससे पहले पिछले महीने चित्रकूट से बसपा की ब्लाक प्रमुख रश्मि देवी ने अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर इस्तीफा दे दिया था।
रामनगर ब्लाक प्रमुख के खिलाफ 23 अप्रैल को 42 में से 28 सदस्यों ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर अविश्वास प्रस्ताव लाने का अनुरोध किया था। वृहस्पतिवार को लगभग दस बजे से ब्लाक कार्यालय में क्षेत्र पंचायत सदस्य जुटने लगे थे। जयप्रकाश पांडे ने शुुरुआती कार्यवाही और भूमिका बताई। इसके बाद शिवकुमार ने कहा कि रामनगर में कामकाज में मनरेगा के कामों में अनदेखी की गई है। इसका समर्थन रामलाल ने किया। एक सदस्य का कहना था कि गठित समितियों की बैठक नहीं बुलाई जाती, जिस पर सुबरतिया ने भी सहमति व्यक्त की। इसके अलावा तेरहवें वित्त और डीआरडीएफ के तहत प्राप्त धन का मनमाना खर्च, काम में मानक का ध्यान न रखने और मनरेगा मार्गदर्शिका के अनुसार कार्य न कराने के भी आरोप लगे। एसडीएम अभयराज ने सदस्यों को बताया कि गुप्त मतदान कराया जाएगा और उन्होंने इसका तरीका भी समझाया। लगभग साढ़े बारह बजे मतदान शुरू हुआ। दो बजे के आसपास एसडीएम ने मतदान का नतीजा घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि 40 सदस्यों ने मतदान किया। इसमें से 39 ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में और एक ने विपक्ष में मतदान किया। ब्लाक प्रमुख के अलावा खटवारा के संतोष कुमार अनुपस्थित रहे। एसडीएम ने बताया कि इसकी पूरी जानकारी जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। साथ ही तीन सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी, जो नया प्रमुख चुने जाने तक विकास कार्य कराएगी। इस मौके पर प्रमुख रूप से दिनेश गोस्वामी, इंद्रकुमार सिंह, धर्मराज, धर्मराज द्वितीय, रामलाल, शिवकुमार, द्वारिका प्रसाद भी मौजूद रहे।
इससे पहले पिछले महीने 20 अप्रैल को चित्रकूट की ब्लाक प्रमुख एवं बसपा नेता रश्मि देवी ने इस्तीफा दे दिया था। वह बसपा के प्रभावी नेता दद्दू प्रसाद की रिश्ते में बहू लगती हैं। उनके खिलाफ 99 बीडीसी सदस्यों में से 69 ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपा था।