चित्रकूट। तरौंहा निवासी राजगीर ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में बताया कि उसने सेहरा के प्राथमिक विद्यालय में एकल कक्ष बनाया है। उसकी पत्नी ने भी इसमें मजदूरी की है। प्रधानाध्यापक सुरेश उसकी बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं कर रहा।
तरौंहा निवासी राजगीर पूरन पुत्र कैरा ने कहा है कि उसने सेहरा में 19 दिन तक काम किया। उसके साथ पत्नी मतिया उर्फ सतरूपा ने भी मजदूरी की। प्रधानाध्यापक ने निर्माण जल्दी करने के लिए उसको अलग घंटों में काम का अलग भुगतान का वादा किया था। पर अब वह उसकी शेष मजदूरी का भुगतान नहीं कर रहा। उसने कहा कि जब वह मजदूरी मांगता है तो प्रधानाध्यापक कहता है कि उसको घाटा लग गया है। जब वह पत्नी के साथ मजदूरी मांगने गया तो उन दोनों को धमका कर भगा दिया गया।