मऊ (चित्रकूट)। लेखपाल संघ की मऊ इकाई ने अपनी आठ सूत्री मांगों पर प्रशासन के कोई सुध न लेने पर मंगलवार को काम ठप रखा। एक दिन की सांकेतिक हड़ताल कर लेखपाल पूरे दिन तहसील परिसर में बैठक कर आगे की रणनीति बनाते रहे। निर्णय हुआ कि अगर सुनवाई न हुई तो 22 मई से मऊ के सभी लेखपाल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इसके बाद एसडीएम अभयराज को आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया।
लेखपालों ने उप्र लेखपाल संघ की उपशाखा मऊ के मंत्री/ सचिव राजकुमार सिंह की अगुवाई में मंगलवार को सांकेतिक हड़ताल की। सभा में लेखपालों का कहना था कि समस्याओं को लेकर कई बार प्रशासन को ज्ञापन भेजा गया पर सुनवाई नहीं हुई।
ऐसे में अब हड़ताल ही एकमात्र रास्ता दिखता है। अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आगामी 22 मई से मऊ तहसील के सभी लेखपाल हड़ताल पर चले जाएंगे। वक्ताओं ने लेखपाल मिथलेश कुमार, वीरेंद्र सिंह, किशन चंद आदि लेखपालों का निलंबन वापस लेने, मृतकों के वारिसों कोखाते स्थानांतरित करने की व्यवस्था करने, 26 साल की सेवा पूरी कर चुकने वाले लेखपालों को वेतनलाभ देने, बकाया देने आदि मुद्दे गंभीरता से उठाए। बाद में इन लोगों ने एसडीएम अभयराज को मांगों से संबंधित आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
मऊ (चित्रकूट)। लेखपाल संघ की मऊ इकाई ने अपनी आठ सूत्री मांगों पर प्रशासन के कोई सुध न लेने पर मंगलवार को काम ठप रखा। एक दिन की सांकेतिक हड़ताल कर लेखपाल पूरे दिन तहसील परिसर में बैठक कर आगे की रणनीति बनाते रहे। निर्णय हुआ कि अगर सुनवाई न हुई तो 22 मई से मऊ के सभी लेखपाल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इसके बाद एसडीएम अभयराज को आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया।
लेखपालों ने उप्र लेखपाल संघ की उपशाखा मऊ के मंत्री/ सचिव राजकुमार सिंह की अगुवाई में मंगलवार को सांकेतिक हड़ताल की। सभा में लेखपालों का कहना था कि समस्याओं को लेकर कई बार प्रशासन को ज्ञापन भेजा गया पर सुनवाई नहीं हुई।
ऐसे में अब हड़ताल ही एकमात्र रास्ता दिखता है। अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आगामी 22 मई से मऊ तहसील के सभी लेखपाल हड़ताल पर चले जाएंगे। वक्ताओं ने लेखपाल मिथलेश कुमार, वीरेंद्र सिंह, किशन चंद आदि लेखपालों का निलंबन वापस लेने, मृतकों के वारिसों कोखाते स्थानांतरित करने की व्यवस्था करने, 26 साल की सेवा पूरी कर चुकने वाले लेखपालों को वेतनलाभ देने, बकाया देने आदि मुद्दे गंभीरता से उठाए। बाद में इन लोगों ने एसडीएम अभयराज को मांगों से संबंधित आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।