ग्रामीणो ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
चित्रकूट। रविवार को रूख्मा बुजुर्ग गांव से उठाए गए युवकों को आज पुलिस ने न्यायालय में पेश कर दिया। जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। जबकि गांव के लगभग चार युवकों के मामले को पुलिस की गिरफ्तारी को फर्जी बताकर नाराजगी जताई और कहा कि जिन युवकों को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार बता रही है वे उस समय जंगल से पत्ता तोड़ कर रात में घर लौटे थे इसी समय पुलिस ने इन्हें उठा लिया। गिरफ्तार युवक दस्यु बलखड़िया के भतीजे बताए गए हैं।
रूख्मा बुजुर्ग गांव से उठाए गए युवकों के परिजनों ने बताया कि जिन्हे पुलिस बदमाश बताते हुए मुठभेंड़ दिखा कर गिरफ्तार कर रही है वह तो जंगल में तेंदू पत्ता की तोड़ान कर के घर लौटे थे। बताया कि रात में बहिलपुरवा पुलिस ने जबरदस्ती घर से गिरफ्तार कर ले गई और उन्हें दुर्दांत डकैत साबित करने पर तुली हुई है। गिरफ्तारी का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने कचहरी पहुंचकर अपनी नाराजगी जताई। ये ग्रामीण पहले पुलिस अधीक्षक से मिलने की बात कर रहे थे पर बाद में विधायक वीर सिंह से मिलकर घर चले गए। विधायक ने आश्वासन दिया कि अगर युवक निर्दोष हैं तो उनका साथ दिया जाएगा।