चित्रकूट। पूर्व माध्यमिक विद्यालय शिवरामपुर के प्रधानाध्यापक उमादत्त मिश्र ने उत्तर प्रदेशीय पूर्व माध्यमिक (जू. हा. स्कूल) शिक्षक संघ की जिला इकाई के संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी से निर्णय लेने का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि वह इस संघ के जिलाध्यक्ष हैं पर एक अन्य शिक्षक मूरतध्वज पांडे भी खुद को जिलाध्यक्ष बताते हैं। इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अनिर्णय की स्थिति से कई तरह की भ्रांतियां फैल रही हैं और लोगों में दो गुटों का संशय है। बीएसए एमपी सिंह ने बताया कि उनको दोनों पक्षों के कागजात मिल गए हैं पर अभी तक उन्होंने इनको देखा नहीं है। वह देखकर ही निर्णय बता सकेंगे। अगर उनके स्तर से मामले का हल होता है तो ठीक नहीं तो उच्चाधिकारियों को जानकारी देकर और दोनों पक्षों के कागजों को भेजकर हल निकालने की कोशिश की जाएगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे पत्र में उमादत्त मिश्र ने कहा है कि संघ की मान्यता पर चल रहे दूसरे संगठन के खिलाफ शिकायत पर बीएसए ने ही दोनों पक्षों से आठ बिंदुओं पर जवाब मांगे थे। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि जो संघ 1979 नियमावली के तहत मान्यताप्राप्त हो, वही वैध माना जाए और उसी संघ को वार्तालाप के लिए आमंत्रित किया जाए। उमादत्त का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने तो सभी बिंदुओं का जवाब दे दिया पर दूसरा गुट अभी तक न तो जवाब दे सका है और न इसके पुख्ता कागजात ही पेश कर सका है। उन्होंने कहा कि उनके प्रांतीय अध्यक्ष भगवान दास द्विवेदी और महामंत्री महेश चंद्र श्रीवास्तव हैं। दावा किया कि दूसरे गुट का संघ ही अवैध है। ये लोग उच्चाधिकारियों को बरगलाकर नाम की पुष्टि करा लेते हैं। 1974 से लेकर आज तक न तो रजिस्ट्रेशन है और न मान्यता। दो बार ये कोर्ट और रजिस्ट्रेशन विभाग से हार भी चुके हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी भी अनिर्णय की स्थिति में हैं। उनका कहना है कि 2002-09 के प्रमुख सचिव के शासनादेश का पालन भी बीच के अधिकारी नहीं कर रहे। उन्होंने बीएसए से इस संबंध में जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया है।
इनसेट -------------------
हमें शासन से मान्यता मिली है- मूरतध्वज पांडे
उधर, बीएसए पर निर्णय न लेने का आरोप मूरतध्वज पांडे भी लगाते हैं। उनका कहना है कि वह ही उत्तर प्रदेशीय जू. हा. स्कूल (पू. मा.) शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष हैं। उनके प्रांतीय अध्यक्ष राधाकृष्ण पांडे और प्रांतीय महामंत्री रामनरेश यादव हैं। दावा किया कि इन प्रांतीय पदाधिकारियों को शासन और सचिव स्तर पर बैठकों के लिए बुलाया जाता है। उन्होंने कहा कि उमादत्त बताएं कि वह 2001-02 के बाद कब चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि शिक्षकों में संघ के प्रति कोई भ्रांति नहीं है। उमादत्त जी का संगठन और कहां है यह तो वह बताएं। उन्होने कहा कि हमें तो छह जनवरी को होने वाली प्रांतीय संगठन की बैठक में भी बुलाया गया है। उन्होंने इस आरोप को भी गलत बताया कि बीएसए को उन्होंने कागजात नहीं सौंपे। जो भी कागजात मांगे गए थे वे सब उन्होंने जमा कर दिए हैं।
चित्रकूट। पूर्व माध्यमिक विद्यालय शिवरामपुर के प्रधानाध्यापक उमादत्त मिश्र ने उत्तर प्रदेशीय पूर्व माध्यमिक (जू. हा. स्कूल) शिक्षक संघ की जिला इकाई के संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी से निर्णय लेने का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि वह इस संघ के जिलाध्यक्ष हैं पर एक अन्य शिक्षक मूरतध्वज पांडे भी खुद को जिलाध्यक्ष बताते हैं। इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अनिर्णय की स्थिति से कई तरह की भ्रांतियां फैल रही हैं और लोगों में दो गुटों का संशय है। बीएसए एमपी सिंह ने बताया कि उनको दोनों पक्षों के कागजात मिल गए हैं पर अभी तक उन्होंने इनको देखा नहीं है। वह देखकर ही निर्णय बता सकेंगे। अगर उनके स्तर से मामले का हल होता है तो ठीक नहीं तो उच्चाधिकारियों को जानकारी देकर और दोनों पक्षों के कागजों को भेजकर हल निकालने की कोशिश की जाएगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे पत्र में उमादत्त मिश्र ने कहा है कि संघ की मान्यता पर चल रहे दूसरे संगठन के खिलाफ शिकायत पर बीएसए ने ही दोनों पक्षों से आठ बिंदुओं पर जवाब मांगे थे। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि जो संघ 1979 नियमावली के तहत मान्यताप्राप्त हो, वही वैध माना जाए और उसी संघ को वार्तालाप के लिए आमंत्रित किया जाए। उमादत्त का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने तो सभी बिंदुओं का जवाब दे दिया पर दूसरा गुट अभी तक न तो जवाब दे सका है और न इसके पुख्ता कागजात ही पेश कर सका है। उन्होंने कहा कि उनके प्रांतीय अध्यक्ष भगवान दास द्विवेदी और महामंत्री महेश चंद्र श्रीवास्तव हैं। दावा किया कि दूसरे गुट का संघ ही अवैध है। ये लोग उच्चाधिकारियों को बरगलाकर नाम की पुष्टि करा लेते हैं। 1974 से लेकर आज तक न तो रजिस्ट्रेशन है और न मान्यता। दो बार ये कोर्ट और रजिस्ट्रेशन विभाग से हार भी चुके हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी भी अनिर्णय की स्थिति में हैं। उनका कहना है कि 2002-09 के प्रमुख सचिव के शासनादेश का पालन भी बीच के अधिकारी नहीं कर रहे। उन्होंने बीएसए से इस संबंध में जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया है।
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हमें शासन से मान्यता मिली है- मूरतध्वज पांडे
उधर, बीएसए पर निर्णय न लेने का आरोप मूरतध्वज पांडे भी लगाते हैं। उनका कहना है कि वह ही उत्तर प्रदेशीय जू. हा. स्कूल (पू. मा.) शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष हैं। उनके प्रांतीय अध्यक्ष राधाकृष्ण पांडे और प्रांतीय महामंत्री रामनरेश यादव हैं। दावा किया कि इन प्रांतीय पदाधिकारियों को शासन और सचिव स्तर पर बैठकों के लिए बुलाया जाता है। उन्होंने कहा कि उमादत्त बताएं कि वह 2001-02 के बाद कब चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि शिक्षकों में संघ के प्रति कोई भ्रांति नहीं है। उमादत्त जी का संगठन और कहां है यह तो वह बताएं। उन्होने कहा कि हमें तो छह जनवरी को होने वाली प्रांतीय संगठन की बैठक में भी बुलाया गया है। उन्होंने इस आरोप को भी गलत बताया कि बीएसए को उन्होंने कागजात नहीं सौंपे। जो भी कागजात मांगे गए थे वे सब उन्होंने जमा कर दिए हैं।