छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की हत्या में शामिल नगर के शूटर प्रसीन केसरी (27) को सोमवार को विलासपुर पुलिस ने सोमवार को मीडिया के सामने पेश किया। बिलासपुर की एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि प्रसीन ने ही कांग्रेस नेता संजू की गाड़ी के आगे अपनी कार अड़ाकर रोकी थी। जिसके बाद उसके साथी शूटर ने उसकी हत्या कर दी।
एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि संजू त्रिपाठी की हत्या की साजिश उसके भाई कपिल त्रिपाठी ने रची थी। उसने उत्तरप्रदेश के शूटर्स को हत्या की सुपारी दी थी। इसी कड़ी में शूटर्स ग्रुप के सदस्य चंदौली के मुगलसराय में रहने वाले प्रसीन केसरी पिता प्रमोद केसरी (27) को उत्तरप्रदेश के लखनऊ एटीएस के माध्यम से पुलिस ने पकड़ा। उसने पूछताछ में बताया कि पांच-छह महीने पहले बनारस निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी उर्फ वासू से मुलाकात हुई थी। तब विनय ने कहा था कि बिलासपुर जाकर एक काम करना है, जिसके एवज में एक लाख रुपए मिलेगा। वह पैसों की लालच में आकर नौ दिसंबर को विनय के साथ बनारस से बस में बैठकर बिलासपुर पहुंचा।
कांग्रेस नेता के भाई के घर बनी थी हत्या की प्लानिंग
प्रसीन ने पुलिस को बताया कि बिलासपुर में प्रेम श्रीनिवास उन्हें लेने के लिए बस स्टैंड आया, जहां से उन्हें कपिल त्रिपाठी के घर ले गया। वहां दानिश अंसारी और बनारस निवासी एजाज अंसारी उर्फ सोनू पहले से ही थे। 11 दिसंबर को बनारस निवासी पप्पू उर्फ दाढ़ी नाम का व्यक्ति भी कपिल त्रिपाठी के घर पहुंचा। फिर रात करीब आठ बजे कपिल के साथ उनकी बैठक हुई। इस दौरान उसने अपने भाई कपिल की हत्या करने की जानकारी दी।
प्रसीन ने खोला हत्या का राज
एसएसपी पारूल माथुर ने बताया कि पूछताछ में प्रसीन केसरी ने हत्या का राज खोला। बताया कि कपिल ने अपने पास तीन पिस्टल और करीब 20 कारतूस रखे थे। इसी दौरान तय किया गया कि 14 दिसंबर को संजू को मारना है। सभी 14 दिसंबर को कपिल के फार्म हाउस में बैठे थे। तभी दोपहर तीन बजे कपिल के पास फोन आया। फोन करने वाले ने उसे बताया कि संजू अपने फार्म हाउस से 3.30 बजे निकलेगा। इसके बाद सभी लोग अलग-अलग चार गाड़ी में सवार होकर कपिल त्रिपाठी के फार्म हाउस से सकरी बाईपास के लिए निकल गए। प्रसीन सफेद रंग की कार में था, जिसमें भरत तिवारी, आशीष तिवारी, राजेंद्र ठाकुर बैठे थे। नीले रंग की पुरानी बेलेनो कार को विनय चला रहा था, जिसमें शूटर्स दानिश, पप्पू दाढ़ी एजाज उर्फ सोनू कट्टा कारतूस लेकर बैठे थे। सभी लोग सकरी बाईपास में जाकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने के इंतजार में थे। तभी दानिश के पास फोन आया कि संजू त्रिपाठी की गाड़ी एमजी हैक्टर सफेद रंग की है, जिसमें लाल रंग का बोर्ड लगा है। करीब 04.10 बजे एमजी हेक्टर गाड़ी आई तो योजना के मुताबिक प्रसीन ने अपनी कार को स्पीड ब्रेकर के आगे एमजी हेक्टर से टिकाकर अड़ा दिया। इतने में बेलेनो कार से पप्पू दाढ़ी, दानिश, एजाज उर्फ सोनू और विनय द्विवेदी उर्फ गुरूजी आए और संजू की गाड़ी को घेर लिए। गाड़ी के दाहिने की ओर से ड्राइवर सीट पर बैठे संजू पर दानिश अंसारी ने पहली गोली चलाई। इसके बाद एजाज उर्फ सोनू और बाईं तरफ से पप्पू दाढ़ी और विनय ने संजू त्रिपाठी पर फायरिंग की। फायरिंग करने के बाद दानिश अंसारी ने बताया कि संजू मर गया है। फिर सभी अलग-अलग गाड़ी में बैठकर उत्तर प्रदेश की ओर भाग गए।