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नौगढ़। वन क्षेत्राधिकारियों की टीम ने पुलिस के साथ रविवार की रात नक्सल प्रभावित नौगढ़ क्षेत्र के देवखत गांव के पास से बाइक सवार दो शिकारियों को पकड़कर उनके पास से 1200 मृत पक्षियों को बरामद किया। दोनों शिकारी चकिया कोतवाली क्षेत्र के मगरौर गांव के निवासी हैं। ये लोग पक्षियों को बिक्री के लिए ले जा रहे थे। बरामद पक्षियों में मैना व गौरैया प्रमुख रूप से शामिल हैं।
नौगढ़ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी समसुल होदा, जयमोहनी के टीएस मिश्रा व मझगांईं के श्रवण कुमार अहिरवार को सूचना मिली कि बाइक सवार असलहाधारी दो शिकारी देवखत गांव के पास 1200 पक्षियों का शिकार कर कहीं जाने वाले हैं। तीनों अधिकारी मातहतों तथा एसओ नौगढ़ हरिश्चंद्र सरोज के साथ जंगल में लोगों की चेकिंग करने लगे। तभी देवखत गांव के पास असलहाधारी बाइक सवार दो शिकारी जालीनुमा बोरे में पक्षियों को भरकर ले जाने की तैयारी करते दिखे। वन अधिकारियों व पुलिस टीम ने उन्हें धर दबोचा और उनके पास से बोरे में भरे पक्षियों को बरामद कर लिया। टीम ने दोनों शिकारियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। वहीं सोमवार को बरामद मृत पक्षियों को वन अधिकारियों की टीम ने चकिया मुंसिफ मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने मृत बरामद पक्षियों को मंगलवार को जमीन के अंदर दफनाने का निर्देश दिया। साथ ही दोनों शिकारियों की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया। गौरतलब है कि बीते जून माह के दौरान वन विभाग के अधिकारियों ने दो मोर व छह मोर के बच्चों का शिकार करने वाले चार शिकारियों को धर दबोचा था। वहीं वर्ष 2002 निवर्तमान डीएफओ रमेश कुमार पांडेय ने पीएसी संग ढौठवां जंगल से तीन लक्जरी वाहनों पर असलहों संग सवार दो हाइटेक शिकारियों को पकड़ा था जिनसे सर्वाधिक जुर्माना 7 लाख 35 हजार रुपये वसूला गया था।
इनसेट
काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर के डीएफओ जीपी सिंह का कहना है कि वन संपदाओं व वन्य जीवों का शिकार करने वाले लोगों की धरपकड़ के लिए शीघ्र ही अभियान चलाया जाएगा। सभी रेंज के अधिकारियों को यह सख्त निर्देश दे दिया गया है कि वे दफ्तरों में न बैठकर जंगलों में भ्रमण करें और वन कानूनों का उल्लंघन करने वालों के साथ पूरी सख्ती से पेश आएं। इसी के मद्देनजर सभी रेंज के लिए शासन स्तर से तीन नई बोलेरो उपलब्ध करा दी गई है।
नौगढ़। वन क्षेत्राधिकारियों की टीम ने पुलिस के साथ रविवार की रात नक्सल प्रभावित नौगढ़ क्षेत्र के देवखत गांव के पास से बाइक सवार दो शिकारियों को पकड़कर उनके पास से 1200 मृत पक्षियों को बरामद किया। दोनों शिकारी चकिया कोतवाली क्षेत्र के मगरौर गांव के निवासी हैं। ये लोग पक्षियों को बिक्री के लिए ले जा रहे थे। बरामद पक्षियों में मैना व गौरैया प्रमुख रूप से शामिल हैं।
नौगढ़ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी समसुल होदा, जयमोहनी के टीएस मिश्रा व मझगांईं के श्रवण कुमार अहिरवार को सूचना मिली कि बाइक सवार असलहाधारी दो शिकारी देवखत गांव के पास 1200 पक्षियों का शिकार कर कहीं जाने वाले हैं। तीनों अधिकारी मातहतों तथा एसओ नौगढ़ हरिश्चंद्र सरोज के साथ जंगल में लोगों की चेकिंग करने लगे। तभी देवखत गांव के पास असलहाधारी बाइक सवार दो शिकारी जालीनुमा बोरे में पक्षियों को भरकर ले जाने की तैयारी करते दिखे। वन अधिकारियों व पुलिस टीम ने उन्हें धर दबोचा और उनके पास से बोरे में भरे पक्षियों को बरामद कर लिया। टीम ने दोनों शिकारियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। वहीं सोमवार को बरामद मृत पक्षियों को वन अधिकारियों की टीम ने चकिया मुंसिफ मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने मृत बरामद पक्षियों को मंगलवार को जमीन के अंदर दफनाने का निर्देश दिया। साथ ही दोनों शिकारियों की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया। गौरतलब है कि बीते जून माह के दौरान वन विभाग के अधिकारियों ने दो मोर व छह मोर के बच्चों का शिकार करने वाले चार शिकारियों को धर दबोचा था। वहीं वर्ष 2002 निवर्तमान डीएफओ रमेश कुमार पांडेय ने पीएसी संग ढौठवां जंगल से तीन लक्जरी वाहनों पर असलहों संग सवार दो हाइटेक शिकारियों को पकड़ा था जिनसे सर्वाधिक जुर्माना 7 लाख 35 हजार रुपये वसूला गया था।
इनसेट
काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर के डीएफओ जीपी सिंह का कहना है कि वन संपदाओं व वन्य जीवों का शिकार करने वाले लोगों की धरपकड़ के लिए शीघ्र ही अभियान चलाया जाएगा। सभी रेंज के अधिकारियों को यह सख्त निर्देश दे दिया गया है कि वे दफ्तरों में न बैठकर जंगलों में भ्रमण करें और वन कानूनों का उल्लंघन करने वालों के साथ पूरी सख्ती से पेश आएं। इसी के मद्देनजर सभी रेंज के लिए शासन स्तर से तीन नई बोलेरो उपलब्ध करा दी गई है।