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बबुरी। मनचले युवक को सबक सिखाने के लिए प्रियंका व बहन वंदना के साहस की सराहना सब तरफ हो रही है। उसकी बहादुरी ने उन लड़कियों के लिए नजीर पेश की है, जो ऐसे मामलों में विरोध करने से हिचकती हैं। जीव विज्ञान से इंटर की छात्रा प्रियंका के साथ छेड़खानी की घटना के बाद से गांव की लड़कियां ही नहीं महिलाएं भी गुस्से में हैं। उनको गुस्सा इस बात का ज्यादा है कि पुलिस मामले को पूरी तरह से दबाने का प्रयास करती रही।
गांव की मुनरा देवी का कहना है कि जब पुलिस इस तरह अनदेखी करेगी, तो बेटियां कैसे गांवों से निकलकर पढ़ने जाएंगी। गुलाबी ने कहा कि बच्ची के साथ जो घटना घटी है, उसे न्याय मिलना चाहिए। आरोपियाें ने जिस तरह से निहत्थे बाप व चाचा पर जानलेवा हमला किया और छुड़ाने गई बेटियों को भी नहीं बख्शा। वह सचमुच दुस्साहस ही है। ऐसे दबंगों पर अगर कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो इस तरह घटनाएं और बढे़ंगी। जबकि गांव की महिला शीला ने कहा कि ऐसे आरोपियों की तो जमानत ही नहीं होनी चाहिए। पुलिस तक मामला जाने के बाद कैैसे पुलिस कुछ घंटे में आरोपियों को छोड़ देती है यह समझ से परे है। यह तो प्रियंका की कोशिश रही कि दोबारा उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हुआ। गांव के ही केदार ने कहा कि पुलिस को एक्शन लेना चाहिए। लेकिन पुलिस तो आरोपियों का ही मनोबल बढ़ा रही है। ऐसे आरोपियों के खिलाफ ऐसी धारा लगनी चाहिए कि उनकी जमानत न हो। कमोबेश यही कहना था गांव के ही उदल व सदरी चौहान का। कहा कि आरोपियों के खिलाफ साधारण धारा लगाया गया है।
इनसेट
पीडि़त प्रियंका व उसकी छोटी बहन वंदना ने कहा कि आरोपी तेजाब छिड़कने की धमकी दे रहे थे। वे बार बार कह रहे थे कि तेजाब छिड़क कर जिंदगी बर्बाद कर देंगे। पुलिस ऐसे आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं करेगी तो पढ़ना मुश्किल हो जाएगा। इस घटना को लेकर प्रियंका की मां संजू के चेहरे पर भय और पीड़ा स्पष्ट दिखाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
इनसेट
जिले में छेड़खानी की घटना के बाद से अब बेटियां चुप बैठने वाली नहीं हैं। शहर से लेकर गांवों तक जिस तरह इन मनबढ़ मनचलाें के खिलाफ प्रतिवाद बेटियों ने शुरू किया है वह काफी सुखद है। अभी कुछ दिन पूर्व मुगलसराय नगर के परमार कटरा के समीप छात्रा के साथ छेड़खानी करने वाले एक मनचले युवक को छात्राओं ने पीटा था और जिन्हें बाद में जेल भेज दिया गया था। इस के पूर्व सकलडीहा में एक मनचले के खिलाफ एक छात्रा ने मुखर प्रतिवाद किया था। जिससे उसको संस्पेड कर दिया गया था।
इनसेट
उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की जिलाध्यक्ष साधना सिंह ने इस घटना की कटु आलोचना की हैं। उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार में लड़कियों व महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है। न्याय मांगने पर न्याय नहीं मिल रहा है। सिकरी में छात्रा के साथ जो घटना घटी है। उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में जिले में इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं, परंतु न्याय नहीं हुआ। दोषी बेखौफ होकर घूम रहे हैं तथा पुलिस सत्ता के इशारे पर काम कर रही है।
इनसेट
रघुनाथपुर ग्राम प्रधान मीना सिंह ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि अब गांव भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। लड़कियां कैसे शिक्षा ग्रहण करने के लिए अकेली जाएं। यह एक विचारणीय सवाल हो गया है। अभिभावक ऐसी घटनाओं को लेकर परेशान हैं। सरकार को महिलाओं व लड़कियों पर बढ़ रहे अत्याचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
बबुरी। मनचले युवक को सबक सिखाने के लिए प्रियंका व बहन वंदना के साहस की सराहना सब तरफ हो रही है। उसकी बहादुरी ने उन लड़कियों के लिए नजीर पेश की है, जो ऐसे मामलों में विरोध करने से हिचकती हैं। जीव विज्ञान से इंटर की छात्रा प्रियंका के साथ छेड़खानी की घटना के बाद से गांव की लड़कियां ही नहीं महिलाएं भी गुस्से में हैं। उनको गुस्सा इस बात का ज्यादा है कि पुलिस मामले को पूरी तरह से दबाने का प्रयास करती रही।
गांव की मुनरा देवी का कहना है कि जब पुलिस इस तरह अनदेखी करेगी, तो बेटियां कैसे गांवों से निकलकर पढ़ने जाएंगी। गुलाबी ने कहा कि बच्ची के साथ जो घटना घटी है, उसे न्याय मिलना चाहिए। आरोपियाें ने जिस तरह से निहत्थे बाप व चाचा पर जानलेवा हमला किया और छुड़ाने गई बेटियों को भी नहीं बख्शा। वह सचमुच दुस्साहस ही है। ऐसे दबंगों पर अगर कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो इस तरह घटनाएं और बढे़ंगी। जबकि गांव की महिला शीला ने कहा कि ऐसे आरोपियों की तो जमानत ही नहीं होनी चाहिए। पुलिस तक मामला जाने के बाद कैैसे पुलिस कुछ घंटे में आरोपियों को छोड़ देती है यह समझ से परे है। यह तो प्रियंका की कोशिश रही कि दोबारा उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हुआ। गांव के ही केदार ने कहा कि पुलिस को एक्शन लेना चाहिए। लेकिन पुलिस तो आरोपियों का ही मनोबल बढ़ा रही है। ऐसे आरोपियों के खिलाफ ऐसी धारा लगनी चाहिए कि उनकी जमानत न हो। कमोबेश यही कहना था गांव के ही उदल व सदरी चौहान का। कहा कि आरोपियों के खिलाफ साधारण धारा लगाया गया है।
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पीडि़त प्रियंका व उसकी छोटी बहन वंदना ने कहा कि आरोपी तेजाब छिड़कने की धमकी दे रहे थे। वे बार बार कह रहे थे कि तेजाब छिड़क कर जिंदगी बर्बाद कर देंगे। पुलिस ऐसे आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं करेगी तो पढ़ना मुश्किल हो जाएगा। इस घटना को लेकर प्रियंका की मां संजू के चेहरे पर भय और पीड़ा स्पष्ट दिखाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
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जिले में छेड़खानी की घटना के बाद से अब बेटियां चुप बैठने वाली नहीं हैं। शहर से लेकर गांवों तक जिस तरह इन मनबढ़ मनचलाें के खिलाफ प्रतिवाद बेटियों ने शुरू किया है वह काफी सुखद है। अभी कुछ दिन पूर्व मुगलसराय नगर के परमार कटरा के समीप छात्रा के साथ छेड़खानी करने वाले एक मनचले युवक को छात्राओं ने पीटा था और जिन्हें बाद में जेल भेज दिया गया था। इस के पूर्व सकलडीहा में एक मनचले के खिलाफ एक छात्रा ने मुखर प्रतिवाद किया था। जिससे उसको संस्पेड कर दिया गया था।
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उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की जिलाध्यक्ष साधना सिंह ने इस घटना की कटु आलोचना की हैं। उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार में लड़कियों व महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है। न्याय मांगने पर न्याय नहीं मिल रहा है। सिकरी में छात्रा के साथ जो घटना घटी है। उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में जिले में इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं, परंतु न्याय नहीं हुआ। दोषी बेखौफ होकर घूम रहे हैं तथा पुलिस सत्ता के इशारे पर काम कर रही है।
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रघुनाथपुर ग्राम प्रधान मीना सिंह ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि अब गांव भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। लड़कियां कैसे शिक्षा ग्रहण करने के लिए अकेली जाएं। यह एक विचारणीय सवाल हो गया है। अभिभावक ऐसी घटनाओं को लेकर परेशान हैं। सरकार को महिलाओं व लड़कियों पर बढ़ रहे अत्याचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।