चहनियां। क्षेत्र के बलुआ बाजार स्थित मल्लाह बस्ती में शनिवार की सुबह करीब आठ बजे एक झोपड़ी में खाना बनाते समय आग धधक जाने से दो मासूमों के साथ मां भी बुरी तरह से झुलस गई। दोनों बच्चों की मौत कबीरचौरा स्थित मंडलीय राजकीय अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई। जबकि चिकित्सालय में मां की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बलुआ बाजार मल्लाह बस्ती निवासी बुल्लू निषाद की पत्नी रेखा देवी (32) मड़ई में खाना बना रही थी। उस वक्त उसके दोनों बच्चे विवेक (2) व प्रियांशु (6 माह) पास ही में खेल रहे थे। इस बीच रेखा पानी लाने के लिए कुछ दूर स्थित हैंडपंप पर चली गई। तभी चूल्हे से निकली चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गई। रेखा पानी लेकर जब पहुंची तो दोनों बच्चों को आग की चपेट में देखकर मड़ई में कूद पड़ी और वह भी जलने लगी। आसपास के लोगों ने किसी प्रकार आग बुझाकर गंभीर रूप से झुलसे मां व बेटों को बाहर निकाला।
लोग 108 नंबर डायल कर एंबुलेंस को बुलाने के बाद तीनों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चहनियां ले गए। कुछ लोगों ने गंगा में मछली मार रहे रेखा के पति बुल्लू को सूचना दी तो वह अस्पताल पहुंच गया। उधर चिकित्सकों ने तीनों की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां से चिकित्सकों ने तत्काल वाराणसी के मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान दोनों मासूमों ने दम तोड़ दिया, जबकि मां रेखा की हालत गंभीर है। घटना की खबर मिलते ही तहसीलदार सकलडीहा शिवसागर दुबे, थानाध्यक्ष श्यामबहादुर सिंह यादव, लेखपाल जेपी सिंह व ग्राम प्रधान पति शिवकुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। तहसीलदार ने पीडि़त परिवार को शासन की ओर से अहेतुक सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया। उधर सकलडीहा के विधायक घटना की जानकारी मिलते ही मंडलीय अस्पताल पहुंच गए और रेखा के इलाज का पूरा खर्च वहन करने के साथ ही हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया।
चहनियां। क्षेत्र के बलुआ बाजार स्थित मल्लाह बस्ती में शनिवार की सुबह करीब आठ बजे एक झोपड़ी में खाना बनाते समय आग धधक जाने से दो मासूमों के साथ मां भी बुरी तरह से झुलस गई। दोनों बच्चों की मौत कबीरचौरा स्थित मंडलीय राजकीय अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई। जबकि चिकित्सालय में मां की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बलुआ बाजार मल्लाह बस्ती निवासी बुल्लू निषाद की पत्नी रेखा देवी (32) मड़ई में खाना बना रही थी। उस वक्त उसके दोनों बच्चे विवेक (2) व प्रियांशु (6 माह) पास ही में खेल रहे थे। इस बीच रेखा पानी लाने के लिए कुछ दूर स्थित हैंडपंप पर चली गई। तभी चूल्हे से निकली चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गई। रेखा पानी लेकर जब पहुंची तो दोनों बच्चों को आग की चपेट में देखकर मड़ई में कूद पड़ी और वह भी जलने लगी। आसपास के लोगों ने किसी प्रकार आग बुझाकर गंभीर रूप से झुलसे मां व बेटों को बाहर निकाला।
लोग 108 नंबर डायल कर एंबुलेंस को बुलाने के बाद तीनों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चहनियां ले गए। कुछ लोगों ने गंगा में मछली मार रहे रेखा के पति बुल्लू को सूचना दी तो वह अस्पताल पहुंच गया। उधर चिकित्सकों ने तीनों की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां से चिकित्सकों ने तत्काल वाराणसी के मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान दोनों मासूमों ने दम तोड़ दिया, जबकि मां रेखा की हालत गंभीर है। घटना की खबर मिलते ही तहसीलदार सकलडीहा शिवसागर दुबे, थानाध्यक्ष श्यामबहादुर सिंह यादव, लेखपाल जेपी सिंह व ग्राम प्रधान पति शिवकुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। तहसीलदार ने पीडि़त परिवार को शासन की ओर से अहेतुक सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया। उधर सकलडीहा के विधायक घटना की जानकारी मिलते ही मंडलीय अस्पताल पहुंच गए और रेखा के इलाज का पूरा खर्च वहन करने के साथ ही हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया।