दुलहीपुर। मुगलसराय कोतवाली पुलिस की विवेचना में वन विभाग का एक फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। गत 19 जनवरी को पड़ाव से पकड़े गए कोयला लदे ओवरलोड छह ट्रकों की जांच में शुक्रवार को धांधली सामने आई है। इस बाबत वन विभाग को नोटिस दे दी गई है।
पड़ताल में पता चला है कि कोयला लदे एक ट्रक का नंबर यूपी 15 एटी 5724 है, जिस पर 35 टन कोयला लदा दिखाया गया है। जबकि उसका बाउचर यूपी 65 एटी 5724 के नाम से बनाया गया है। जो डिलेवरी थ्री ह्वीलर है। यह वाहन वाराणसी के सेवापुरी निवासी संदीप कुमार का है। इस मामले की विवेचना कर रहे एसआई दिवाकर सिंह ने तस्दीक करने के बाद वन विभाग के चेकपोस्ट जलीलपुर पहुंचकर नोटिस दी। इस दौरान कोयला लदे ओवर लोड दो अन्य ट्रकों के कागजात देखने पर गलत मिलते ही विवेचक चंदासी पुलिस चौकी प्रभारी के साथ एक ट्रांसपोर्ट पर पहुंचे और पूछताछ की।
स्मरणीय है कि कोतवाली पुलिस ने 19 जनवरी को पड़ाव चौराहे के पास वन विभाग के चेकपोस्ट से ओवरलोड कोयला लदे छह ट्रकों को पकड़ा था। इस मामले में नामजद दलाल सहित कई अज्ञात विभागीय कर्मियों, ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत किया था। बहरहाल इस मामले की विवेचना करने की जिम्मेदारी कोतवाली के एसआई दिवाकर सिंह को सौंप दी गई। इसी दौरान ट्रकों के वन विभाग द्वारा काटे गए ट्रांजिट शुल्क की रसीद का जब एआरटीओ विभाग से जांच कराई गई, तो इसमें एक ट्रक का नंबर फर्जी निकला और डिलेवरी वाहन विक्रम टेंपो निकला।
इस खेल में अभी तक मास्टर माइंड तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंचे हैं। वैसे इस गोरखधंधे के एक खिलाफ पुलिस ने कानून का शिकंजा कसा है। सूत्रों ने यहां तक बताया कि उक्त रैकेट के मास्टर माइंड का नौबतपुर चेकपोस्ट से चंदासी तक दबदबा कायम है, लेकिन पुलिस उसे पकड़ने में कन्नी काट रही है। इस संबंध में विवेचक दिवाकर सिंह का कहना है कि वन विभाग के बाउचर पर जिस ट्रक का नंबर अंकित है, वह माल वाहक टेंपो का है।