धीना। कंदवा थाना क्षेत्र के अमड़ा गांव में सोमवार एवं मंगलवार को हुए गुटीय संघर्ष एवं वर्चस्व की लड़ाई से गांव में बेहद तनाव है। दोनों पक्षों की तहरीर में दर्जन भर आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने भारी पुलिस बल एवं पीएसी को गांव में तैनात कर दिया है।
अमड़ा गांव में गत सोमवार को एक व्यक्ति पर अचानक हमला कर घायल कर देने के बाद मंगलवार को गांव में तल्ख हुए हालात के दौरान जमकर ईंट पत्थर चले। इसमें गांव के चार लोगों सहित दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। बुधवार को भी गांव में जबरदस्त तनाव व्याप्त रहा। इससे एहतियात के तौर पर कंदवा, धीना एवं सैयदराजा की पुलिस टीमें मंगलवार की देर रात से ही गांव के संवेदनशील नुक्कड़ों पर तैनात रहीं। इसके अलावा बुधवार को पीएसी बल भी लगा दिया गया ताकि शांति बनी रहे। मंगलवार की देर शाम हुए संघर्ष में घायल लल्लन सिंह 65 वर्ष जो सेना से अवकाश प्राप्त कर चुके हैं का कहना था कि हम पुलिस के साथ समझाने बुझाने की गरज से जा रहे थे। हमें विश्वास भी नहीं था कि हमें भी कोई लाठी मारेगा। फिर भी एक युवक द्वारा सिर पर जोरदार लाठी मारी गई। लहू लुहान होकर गिरने के बाद भी हमारे ऊपर लाठियां बरसती रहीं। मेरे साथ जा रहे दो पुलिसकर्मियों को भी पत्थर से चोट आई। इससे वे भाग खड़े हुए। इसके अलावा चंद्रभूषण सिंह, रविरंजन उर्फ मंटू सिंह,और 16 वर्षीय नीतिश भी घायल हो गया। आक्रमणकर्ता छत की मुरेर तोड़कर पत्थरबाजी कर रहे थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया पत्थरबाजी करने वाले पक्ष को पुलिस संरक्षण दे रही है। वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि ग्राम प्रधानी के चुनाव में एक वोट से मेरी जीत हुई थी, जिसके मुकदमें का फैसला इसी महीने मेरे पक्ष में हो गया। इसी खुन्नस को लेकर मंगलवार की शाम लगभग 15 लोग हमारे घर पर चढ़कर अपशब्द करते हुए मारपीट करने लगे। उन लोगों से आंतिक होने से जो भी घटना घटी है वह बचाव में हुई है। पुलिस नहीं आई होती तो हम लोगों का जीना ही मुश्किल हो गया होता।