चंदौली। जिला ग्राम्य विकास संस्थान परमानंदपुर वाराणसी के तत्वावधान में सदर विकास खंड के 44 ग्राम प्रधानोें के दो दिवसीय प्रशिक्षण के अंतिम दिन मंगलवार को प्रोजेक्टर के माध्यम से विकास की तमाम जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने ग्राम प्रधानों को मनरेगा के साथ-साथ ग्राम पंचायतों से जुड़े अन्य विकास कार्यों के बारे में बताया।
इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी नजरे हुसैन सिद्दीकी ने कहा कि मनरेगा से एक परिवार को सौ दिन का रोजगार गांव में ही मिल जाता है। इसके लिए लोगों को दूसरे जगह भटकना नहीं पड़ता है। इससे दो कार्य होते हैं एक तो रोजगार मिलता है, दूसरे गांव का विकास होता है। विकास कवायद में शासन द्वारा तमाम योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसे कारगर बनाने के लिए इससे जुड़े लोग प्रशिक्षित किए जा रहे हैं, जिससे विकास कार्यों में ग्राम प्रधान और अधिकारियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। प्रशिक्षक राजीव रत्न श्रीवास्तव ने कहा कि विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए मनरेगा में मस्टरोल लागू किया गया है, इसकी जानकारी सभी को होनी जरूरी है। प्रशिक्षक अवध नरायण सिंह ने कहा, प्रधान का क्या कार्य है, इसकी जानकारी प्रधानों को होनी चाहिए। किस तरह से कार्य योजना बनाई जाती है।
इस अवसर पर रामा सिंह, राजेंद्र कुमार गौतम, वशंराज पासवान, जय प्रकाश पाल, प्रमोद कुमार, गोविंद गुप्ता आदि उपस्थित रहे।