टांडाकला। गंगा की अविरलता, निर्मलता के लिए रविवार को टांडाकला गांव के साधु बाबा भोलेनाथ के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणाें ने गंगा घाटों की साफ-सफाई की। इस दौरान सफाई कार्यों में बच्चों से लेकर महिलाओं तक ने सहयोग किया।
गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए चल रहे साधु संतों के प्रयास को देखते हुए बाबा भोलेनाथ के नेतृत्व में टांडाकला, सोनबरसा, छपरा और नाथुपुर के ग्रामीण रविवार की सुबह 8 बजे हाथ में फावड़ा और झाडू लेकर गंगा घाट पर पहुंचकर जल को स्पर्श कर उन्हें प्रणाम किया। इसके बाद कूड़े कचरे को बाहर निकालना प्रारम्भ किया। इस मौके पर बाबा ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे ऋषियों महर्षियों ने हजारों हजार वर्ष तपस्या कर मा गंगा को पृथ्वी पर लाया, जिससे लोगों को मुक्ति मिल सके। लेकिन आज मां गंगा का अस्तित्व खतरे में है। इसे बचाने के लिए हम आप सभी की जरुरत आन पड़ी है। उन्हाेंने कहा कि कहने की जरुरत नहीं है बल्कि करने की जरुरत है। इस अभियान मे मुख्य रुप से संत रामकमल दास, हरिदास, रामसेवक दास, बाबा गंगाधर, वीरेन्द्र मिश्र, लालता सिंह, राजेश जायसवाल, सुजीत सिंह, दुलारे निषद, अनीता मिश्रा, गीता सिंह, प्रेमलता, दिव्या, रुचि, पार्वती देवी सहित सैकडों महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे।