मुगलसराय। आपको अंतिम चेतावनी दी जाती है। आप लोग वापस लौट जाएं अन्यथा पुलिस को बल प्रयोग करने के लिए विवश होना पडे़गा...हाथों में लाउड स्पीकर लिए जिले के कप्तान भारी पुलिस फोर्स के साथ जब स्थानीय शाह कुटी चौराहे पर चेतावनी दी तो वहां मौजूद हर लोग कुछ देर के लिए ठिठक गए...। फिर लाठी चार्ज और रायफल में बोल्ट चढ़ाने व अश्रु गोला छोड़ने की खटपट और दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद की नारेबाजी से उस तरफ गुजरने वाला आम राहगीर सिहर उठा। अवसर था पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में रविवार को शाहकुटी चौराहे पर दंगा नियंत्रण पर प्रभावी कार्रवाई के प्रदर्शन का। जनपद पुलिस द्वारा बलवाइयों से निपटने के तरीके के प्रदर्शन को देखने के लिए लोग अपने घरों की छतोें पर चढ़ गए थे। स्थानीय नगर के अलावा जिला मुख्यालय, सकलडीहा व चकिया में भी सजीव प्रदर्शन किया गया।
स्थानीय नगर के शाहकुटी पर दंगा नियंत्रण प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस, पीएसी व फायरकर्मियों के अलावा अन्य दस पार्टियां साथ साथ चल रही थी। नगर में पुलिस अधीक्षक अमित पाठक के नेतृत्व में मार्च पास्ट किया गया फिर शाह कुटी पर सजीव प्रदर्शन कर पुलिस ने आम जनता के बीच उनकी सुरक्षा में मुस्तैद होने का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर एसडीएम सदर स्वामीनाथ पाठक, कोतवाल संजय सिंह, नदीप फरीदी, अशोक चंद्र दुबे ऋषिपाल शर्मा आदि उपस्थित थे।
चकिया प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय नगर के सहदुल्लापुर तिराहे रोडवेज स्टेशन परिसर में रविवार को चकिया पुलिस ने पुलिस अधीक्षक अमित पाठक के निर्देश पर दंगा नियंत्रण अभियान का सजीव प्रदर्शन किया तथा नगर निकाय चुनावों को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए रूट मार्च भी निकाला। चकिया गांधी पार्क से सुबह साढ़े नौ बजे उपजिलाधिकारी जितेन्द्र मोहन सिंह, सीओ यशपाल सिंह, कोतवाल गुरुदीप सिंह सरना के नेतृत्व में पुलिस ने मार्च निकाला। हेलमेट पहने, हाथों में फाइवर स्टिक तथा फाईवर गार्ड लिए जवानों को देखने के लिए नगर में भीड़ उमड़ पड़ी। सहदुल्लापुर तिराहे पर पहुंचकर पुलिस ने कृत्रिम दंगा निरोध अभियान का प्रदर्शन किया। रूट मार्च में शहाबगंज थानाध्यक्ष विजय कुमार चौरसिया तथा चकिया एवं शहाबगंज थाने के पुलिसकर्मी सम्मिलित रहे। सकलडीहा प्रतिनिधि के अनुसार रविवार को सकलडीहा क्षेत्राधिकारी राधेश्याम के नेतृत्व में समस्त थाना प्रभारियों व पुलिस फोर्स ने रूट मार्च निकाला व दंगा नियंत्रण करने के तरीकों का प्रदर्शन किया। कोतवाल डीपी आर्या के साथ बलुआ, धीना, धानापुर की पुलिस फोर्स मौजूद रही।