चंदौली। हमारे देश की पूरी अर्थ व्यवस्था कृषि पर ही आधारित है। किसानों के विकास के बिना देश की तरक्की की कल्पना मुमकिन नहीं है। किसान अपनी उपज के उचित मूल्य के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है लेकिन केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों किसानों के मुद्दे पर मौन हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि दोनों ही सरकारें किसान विरोधी हैं। उक्त बातें मंगलवार को भाजपा के प्रदेश महामंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने जिला मुख्यालय पर आयोजित एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहीं।
गेहूं क्रय के मुद्दे पर भाजपाइयों द्वारा आयोजित धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री पांडेय ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार पर सेनाध्यक्ष आरोप लगाते हैं कि गोला, बारूद नहीं है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के मुखिया गेहूं कहते हैं कि बोरा ही नहीं है। दोनों सरकारें आम जन की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने कहा कि अखिलेश का मुस्लिम प्रेम केवल दो महीनों में ही उजागर हो गया है। उन्हें आम जनमानस से कोई लेना देना नहीं है। आज किसान गेहूं पैदा कर उसे बेचने के लिए दर-दर की ठोकर खा रहा है वहीं अधिकारी और सत्ता में बैठे लोग चैन की वंशी बजा रहे हैं। अंत में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार विरोधी नारे लगाते हुए जुलूस निकाला और सीधे डीएम कार्यालय पहुंचे। वहां काफी जद्दोजहद के बाद भाजपाई कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय में घुस गए और यहां भी जमकर नारेबाजी की। एडीएम संतोष कुमार को पत्रक सौंपते हुए तत्काल गेहूं क्रय केंद्रों पर बोरे की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की। एडीएम ने आश्वासन दिया कि केंद्रों पर बोरा उपलब्ध हो जाएंगे। डा. हरेंद्र राय, कमलापति पांडेय, शिव तपस्या पासवान, सुभाष सोनकर, साधना सिंह, ज्योती जायसवाल, दर्शना सिंह, सविता जायसवाल, प्रमोद तिवारी, वीरेंद्र, शिवराज सिंह, राकेश आदि रहे। अध्यक्षता हौसिला सिंह और संचालन अनिल तिवारी ने किया।