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हैंडपंप और कुओं का पानी सूखा, हाहाकार
Chandauli
Updated Tue, 15 May 2012 12:00 PM IST
शिकारगंज। स्थानीय विकास खंड के पर्वतीय पठारी क्षेत्र शिकारगंज की 26 ग्राम पंचायतों में भगवान भास्कर के रौद्र रूप में झुलस रहे पर्वतीय क्षेत्र के गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा है। क्षेत्र के तमाम कुओं का पानी सूख गया है वहीं जल निगम द्वारा लगाया गए हैंडपंप से बूंद बूंद पानी देने का क्रम आरंभ हो गया है। जिससे क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार की स्थिति पैदा हो गई है। उत्तर प्रदेश जल निगम के आला अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीणों के लिए कठोर संकट पैदा कर दी है।
भगवान भास्कर के तेज तपन के कारण नक्सल प्रभावित शिकारगंज क्षेत्र के गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा है। वहीं पठारी गांवों में कुओं का पानी सूख गया है और हैंडपंपों से पानी निकलना बंद हो गया है। साथ ही चंद्रप्रभा तथा गरई नदी में भी पानी सिमट कर रह गया है। इस बाबत तमाम प्रार्थना पत्र ब्लाक मुख्यालय के हवाले है, परंतु सभी पत्रों पर आवश्यक कार्यवाही करने की संस्तुति कर तथा उत्तर प्रदेश जल निगम विभाग को भेज अपनी जिम्मेदारियों से छुटकारा पा लेते हैं। वहीं जल निगम के रहनुमा अधिकारियों की बेपरवाही से गांवों की ग्रामीण जनता पेयजल संकट से बेहाल है। इस दौरान क्षेत्र के हिनौती दक्षिणी छुछाड़, मुबारकपुर, लठिया, जियनपुरा, गायघाट, अलीपुर, बोदलपुर, मिश्रपुरा, रतिगढ़, अमरा, सदापुर, सुरथापुर, सहामदपुर, हाजीपुर, गणेशुपर, जोगिया, पचफेडि़या, डकही, बलिया खुर्द, ऊंचहरा आदि गांवों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है।
शिकारगंज। स्थानीय विकास खंड के पर्वतीय पठारी क्षेत्र शिकारगंज की 26 ग्राम पंचायतों में भगवान भास्कर के रौद्र रूप में झुलस रहे पर्वतीय क्षेत्र के गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा है। क्षेत्र के तमाम कुओं का पानी सूख गया है वहीं जल निगम द्वारा लगाया गए हैंडपंप से बूंद बूंद पानी देने का क्रम आरंभ हो गया है। जिससे क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार की स्थिति पैदा हो गई है। उत्तर प्रदेश जल निगम के आला अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीणों के लिए कठोर संकट पैदा कर दी है।
भगवान भास्कर के तेज तपन के कारण नक्सल प्रभावित शिकारगंज क्षेत्र के गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा है। वहीं पठारी गांवों में कुओं का पानी सूख गया है और हैंडपंपों से पानी निकलना बंद हो गया है। साथ ही चंद्रप्रभा तथा गरई नदी में भी पानी सिमट कर रह गया है। इस बाबत तमाम प्रार्थना पत्र ब्लाक मुख्यालय के हवाले है, परंतु सभी पत्रों पर आवश्यक कार्यवाही करने की संस्तुति कर तथा उत्तर प्रदेश जल निगम विभाग को भेज अपनी जिम्मेदारियों से छुटकारा पा लेते हैं। वहीं जल निगम के रहनुमा अधिकारियों की बेपरवाही से गांवों की ग्रामीण जनता पेयजल संकट से बेहाल है। इस दौरान क्षेत्र के हिनौती दक्षिणी छुछाड़, मुबारकपुर, लठिया, जियनपुरा, गायघाट, अलीपुर, बोदलपुर, मिश्रपुरा, रतिगढ़, अमरा, सदापुर, सुरथापुर, सहामदपुर, हाजीपुर, गणेशुपर, जोगिया, पचफेडि़या, डकही, बलिया खुर्द, ऊंचहरा आदि गांवों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है।