नौगढ़। स्थानीय थाना क्षेत्र के मलेवर व अमदहां गांव के बीच में सोमवार को भूसा लादकर जा रहा ट्रैक्टर अचानक हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। इससे ट्रैक्टर पर लदा भूसा धू धू कर जलने लगा। यह देख उस पर सवार चालक और मजदूर ट्रैक्टर मौके पर ही छोड़ कर भाग निकले। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी परंतु नौगढ़ में आग पर काबू पाने की कोई व्यवस्था न होने के कारण आग नहीं बुझाई जा सकी। इससे ट्रैक्टर व उस पर लदा भूसा वहीं जलकर राख हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जलालपुर चकिया के निवासी चुल्हई बिंद ट्रैक्टर चलाता है। सोमवार को वह नौगढ़ क्षेत्र के मलेवरिया से भूसा लाद कर मजदूरों के साथ मंडी के लिए निकला था। मलेवर व अमदहां गांव के बीच पहुंचते ही ट्रैक्टर पर काफी ऊंचाई तक भूसा लदने के कारण विद्युत तार की चपेट में आ गया। इससे शार्ट सर्किट होने से भूसे में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि उस पर सवार चालक सहित मजदूर वहां से भाग खड़े हुए। मौके पर आग को देखते हुए ही आसपास के ग्रामीण जुट गये और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी।आग पर काबू पाने का कोई भी साजो सामान नहीं होने से लोग हाथ पर हाथ धरे बैठे रह गये। इससे भूसा लदी ट्रैक्टर पूरी तरह से जलकर राख हो गई।
नौगढ़। स्थानीय थाना क्षेत्र के मलेवर व अमदहां गांव के बीच में सोमवार को भूसा लादकर जा रहा ट्रैक्टर अचानक हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। इससे ट्रैक्टर पर लदा भूसा धू धू कर जलने लगा। यह देख उस पर सवार चालक और मजदूर ट्रैक्टर मौके पर ही छोड़ कर भाग निकले। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी परंतु नौगढ़ में आग पर काबू पाने की कोई व्यवस्था न होने के कारण आग नहीं बुझाई जा सकी। इससे ट्रैक्टर व उस पर लदा भूसा वहीं जलकर राख हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जलालपुर चकिया के निवासी चुल्हई बिंद ट्रैक्टर चलाता है। सोमवार को वह नौगढ़ क्षेत्र के मलेवरिया से भूसा लाद कर मजदूरों के साथ मंडी के लिए निकला था। मलेवर व अमदहां गांव के बीच पहुंचते ही ट्रैक्टर पर काफी ऊंचाई तक भूसा लदने के कारण विद्युत तार की चपेट में आ गया। इससे शार्ट सर्किट होने से भूसे में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि उस पर सवार चालक सहित मजदूर वहां से भाग खड़े हुए। मौके पर आग को देखते हुए ही आसपास के ग्रामीण जुट गये और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी।आग पर काबू पाने का कोई भी साजो सामान नहीं होने से लोग हाथ पर हाथ धरे बैठे रह गये। इससे भूसा लदी ट्रैक्टर पूरी तरह से जलकर राख हो गई।