चंदौली। छात्रवृत्ति की मांग को लेकर चंदौली पालीटेक्निक के छात्र भारी संख्या में गुरुवार को समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय पहुंचे। वहां अधिकारियों को नदारद देख छात्र-छात्राओं का आक्रोश सातवें आसमान पर पहुंच गया। नाराज विद्यार्थी कार्यालय के बाहर प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे। हंगामे की जानकारी होने पर सदर कोतवाल अनिरुद्ध सिंह मौके पर पहुंचे और छात्र-छात्राओं को समझा-बुझाकर डीएम एनके सिंह के पास ले गए। डीएम ने समाज कल्याण अधिकारी से मोबाइल पर बातचीत की और खुद पिछड़ा कल्याण कार्यालय पहुंचकर समस्या से रूबरू हुए।
विद्यार्थियों का नेतृत्व कर रहे भगत सिंह ने जिलाधिकारी को बताया कि पालीटेक्निक के द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्र छात्रवृत्ति को लेकर लंबे समय से यहां-वहां भटक रहे हैं। कालेज प्रशासन इसे समाज कल्याण और पिछड़ा कल्याण का मामला बता कर पहले ही पल्ला झाड़ चुका है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों को अधिकारी और कर्मचारी गुमराह करने का काम कर रहे हैं। पिछड़ा कल्याण विभाग विद्यार्थियों की समस्या को लेकर तनिक भी गंभीर नहीं है। छात्र अपनी समस्या लेकर कार्यालय जाते हैें तो पिछड़ा कल्याण अधिकारी अक्सर गायब रहते हैं। वहीं कार्यालय में मौजूद बाबू भी विद्यार्थियों को बहाने बनाकर टरका देते हैं। इस कारण छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, जिससे हम सभी परेशान हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने तत्काल समाज कल्याण अधिकारी मीना श्रीवास्तव से बात की। इसके बाद छात्रों संग पिछड़ा कल्याण कार्यालय गए, जहां पिछड़ा कल्याण अधिकारी श्यामसुंदर इकनौरिया नदारद मिले। इस पर डीएम ने विभागीय बाबू से छात्रवृत्ति को लेकर पूछताछ की। डीएम ने आदेश दिया कि एक हफ्ते के अंदर बजट मंगा विद्यार्थियों के खाते में धनराशि प्रेषित करें। इस मौके पर बृजनंदन राय, नागेश कुमार सिंह, राकेश यादव आदि रहे।