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चंदौली। बेसिक शिक्षा अधिकारी पीसी यादव ने गुरुवार को नियामताबाद, सकलडीहा और बरहनी विकास खंड के परिषदीय विद्यालयों का अचानक निरीक्षण किया, जिसमें अध्यापकों की लापरवाही पकड़ी गई। खफा बीएसए ने चार शिक्षकों की दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए। नया सत्र शुरू हुए एक पखवारा होने को है लेकिन जनपद के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पाई है। कई विद्यालय तो ऐसे हैं, जहां बच्चों की उपस्थिति दहाई तक भी नहीं है। अध्यापकों की लापरवाही का आलम यह है कि वे बगैर प्रार्थनापत्र दिए विद्यालय से नदारद हो जाते हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी अपनी टीम के साथ नियामताबाद विकास खंड के अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय कटरिया पहुंचे। यहां इंचार्ज प्रधानाध्यापिका गीता देवी कार्य अवधि में ही पुस्तक लेने गई थीं। उन्हें कठोर चेतावनी दी गई। उच्च प्राथमिक विद्यालय एकौनी के प्रधानाध्यापक इसहार से जब पाठ्य पुस्तक वितरण के बारे में पूछा गया, तो वे कुछ भी नहीं बता पाए। विद्यालय में शिक्षण कार्य नहीं हो रहा था और समय सारिणी भी नहीं बनाई गई थी। बीएसए ने प्रधानाध्यापक की दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए।
सकलडीहा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय गंज बसनी दो में परिसर गंदा मिला और बच्चे खेलते नजर आए। प्रभारी प्रधानाध्यापक विक्रमजीत यादव को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय बसनी की स्थिति काफी दयनीय थी। 115 के सापेक्ष 48 बच्चे उपस्थित थे। परिसर में उपले और पुआल रखे हुए थे। कार्रवाई स्वरूप शिक्षक वीरेंद्र प्रताप भारती की दो वेतन वृद्धि रोक दी गई। बरहनी विकास खंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय सैयदराजा दो में 128 के सापेक्ष सात बच्चे उपस्थित थे। हस्ताक्षर बनाकर गायब रहने वाले प्रधानाध्यापक अशोक मौर्य की दो वेतन वृद्धि रोक दी गई। प्राथमिक विद्यालय सैयदराजा चार में 345 के सापेक्ष मात्र 40 बच्चे आए थे। सहायक अध्यापिका पूजा द्विवेदी बगैर प्रार्थना पत्र के अनुपस्थित चल रही थीं। पता चला कि वे प्राय: विद्यालय नहीं आती हैं और कई दिनों तक गायब रहती हैं। नाराज बीएसए ने इनकी दो वेतन वृद्धि रोकने के निदेश दिए। इस दौरान साक्षरता से जुड़े वरुणेंद्र तिवारी भी उपस्थित रहे।
चंदौली। बेसिक शिक्षा अधिकारी पीसी यादव ने गुरुवार को नियामताबाद, सकलडीहा और बरहनी विकास खंड के परिषदीय विद्यालयों का अचानक निरीक्षण किया, जिसमें अध्यापकों की लापरवाही पकड़ी गई। खफा बीएसए ने चार शिक्षकों की दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए। नया सत्र शुरू हुए एक पखवारा होने को है लेकिन जनपद के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पाई है। कई विद्यालय तो ऐसे हैं, जहां बच्चों की उपस्थिति दहाई तक भी नहीं है। अध्यापकों की लापरवाही का आलम यह है कि वे बगैर प्रार्थनापत्र दिए विद्यालय से नदारद हो जाते हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी अपनी टीम के साथ नियामताबाद विकास खंड के अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय कटरिया पहुंचे। यहां इंचार्ज प्रधानाध्यापिका गीता देवी कार्य अवधि में ही पुस्तक लेने गई थीं। उन्हें कठोर चेतावनी दी गई। उच्च प्राथमिक विद्यालय एकौनी के प्रधानाध्यापक इसहार से जब पाठ्य पुस्तक वितरण के बारे में पूछा गया, तो वे कुछ भी नहीं बता पाए। विद्यालय में शिक्षण कार्य नहीं हो रहा था और समय सारिणी भी नहीं बनाई गई थी। बीएसए ने प्रधानाध्यापक की दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए।
सकलडीहा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय गंज बसनी दो में परिसर गंदा मिला और बच्चे खेलते नजर आए। प्रभारी प्रधानाध्यापक विक्रमजीत यादव को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय बसनी की स्थिति काफी दयनीय थी। 115 के सापेक्ष 48 बच्चे उपस्थित थे। परिसर में उपले और पुआल रखे हुए थे। कार्रवाई स्वरूप शिक्षक वीरेंद्र प्रताप भारती की दो वेतन वृद्धि रोक दी गई। बरहनी विकास खंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय सैयदराजा दो में 128 के सापेक्ष सात बच्चे उपस्थित थे। हस्ताक्षर बनाकर गायब रहने वाले प्रधानाध्यापक अशोक मौर्य की दो वेतन वृद्धि रोक दी गई। प्राथमिक विद्यालय सैयदराजा चार में 345 के सापेक्ष मात्र 40 बच्चे आए थे। सहायक अध्यापिका पूजा द्विवेदी बगैर प्रार्थना पत्र के अनुपस्थित चल रही थीं। पता चला कि वे प्राय: विद्यालय नहीं आती हैं और कई दिनों तक गायब रहती हैं। नाराज बीएसए ने इनकी दो वेतन वृद्धि रोकने के निदेश दिए। इस दौरान साक्षरता से जुड़े वरुणेंद्र तिवारी भी उपस्थित रहे।