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जेई और ठेकेदार पर रिश्वत मांगने का आरोप, गुस्साए लोगों का अफसरों के खिलाफ प्रदर्शन
बुलंदशहर। पावर कारपोरेशन के जेई और ठेकेदार पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। रिश्वत न देने पर दोनों ने बिजली के चार खंभे उखाड़ दिए। गुस्साए लोगों ने अफसरों के खिलाफ प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की है।
मामला बिजलीघर नंबर तीन से जुड़े गांव हीरापुर का है। गांव में पिछले एक माह से एपीडीआरपी योजना के तहत नए खंभे और तार लगाने काम किया गया था। गांव में नए खंभे और तार खींचने का काम पूरा हो गया, लेकिन गांव में बिजली की आपूर्ति नहीं हुई। उपभोक्ताओं का आरोप है कि जेई और ठेकेदार, दोनों योजना के तहत लगाए गए लोहे के खंभों को उखाड़ कर ले जा रहे हैं। अब तक दोनों ने चार खंभे उखाड़ डाले हैं। कारण पूछने पर दोनों ने उपभोक्ताओं से प्रति घर तीन हजार रुपये की रिश्वत मांगी और कहा कि तीन हजार रुपये दो तभी लोहे के खंभे लगेंगे, वरना सीमेंट के खंभे लगाए जाएंगे। काम चलने के कारण गांव में पिछले एक माह से बिजली की आपूर्ति ठप है। जेई और ठेकेदार का यह रवैया उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रहा है।
कोट्स
उपभोक्ताओं द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। आदेशों के अनुसार गांव में लोहे के स्थान पर सीमेंट के खंभे लगाए जा रहे हैं। -विनय कुमार, जेई, बिजलीघर नंबर तीन
जेई और ठेकेदार पर रिश्वत मांगने का आरोप, गुस्साए लोगों का अफसरों के खिलाफ प्रदर्शन
बुलंदशहर। पावर कारपोरेशन के जेई और ठेकेदार पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। रिश्वत न देने पर दोनों ने बिजली के चार खंभे उखाड़ दिए। गुस्साए लोगों ने अफसरों के खिलाफ प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की है।
मामला बिजलीघर नंबर तीन से जुड़े गांव हीरापुर का है। गांव में पिछले एक माह से एपीडीआरपी योजना के तहत नए खंभे और तार लगाने काम किया गया था। गांव में नए खंभे और तार खींचने का काम पूरा हो गया, लेकिन गांव में बिजली की आपूर्ति नहीं हुई। उपभोक्ताओं का आरोप है कि जेई और ठेकेदार, दोनों योजना के तहत लगाए गए लोहे के खंभों को उखाड़ कर ले जा रहे हैं। अब तक दोनों ने चार खंभे उखाड़ डाले हैं। कारण पूछने पर दोनों ने उपभोक्ताओं से प्रति घर तीन हजार रुपये की रिश्वत मांगी और कहा कि तीन हजार रुपये दो तभी लोहे के खंभे लगेंगे, वरना सीमेंट के खंभे लगाए जाएंगे। काम चलने के कारण गांव में पिछले एक माह से बिजली की आपूर्ति ठप है। जेई और ठेकेदार का यह रवैया उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रहा है।
कोट्स
उपभोक्ताओं द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। आदेशों के अनुसार गांव में लोहे के स्थान पर सीमेंट के खंभे लगाए जा रहे हैं। -विनय कुमार, जेई, बिजलीघर नंबर तीन