बुलंदशहर। प्रशासन ने सोमवार को नरसलघाट स्थित अवैध डेयरी पर छापा मारा। मौके से आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवतियों और बच्चों को आवंटित होने वाले पोषाहार के 320 पैकेट और 10 बोरे बरामद किए हैं। पोषाहार को पशु खुराक में मिलाकर पशुओं को दिया जा रहा था। प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए इस अवैध डेयरी को जमींदोज कर दिया। संचालिका पर मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है।
पुलिस-प्रशासन की टीम सोमवार सुबह नरसलघाट स्थित डेयरी पहुंची। छापामारी के दौरान टीम को एक कमरे से बड़ी मात्रा में पोषाहार मिला। 16 बोरों में एक-एक किलो पैकिंग के 320 पैकेट थे और 50-50 किलो के 10 बोरे। 10 बोरे खाली बरामद हुए। इनमें 200 पैकेज थे जो पशुओं को खिलाए जा चुके थे। मवेशियों के चारे के लिए अखोर में पोषाहार पानी में भिगोकर रखा गया था।
हर वार्ड में चल रहा ‘खेल’
पोषाहार वितरण को लेकर गांव ही नहीं शहर के हर वार्ड में कालाबाजारी हो रही है। अफसरों की नाक के नीचे सरकारी नुमाइंदे यह गोरखधंधा चला रहे हैं। परियोजना अधिकारी प्रीति सिन्हा के मुताबिक एक किलो पोषाहार की कीमत 50 रुपये होती है। 50 किलो का बैग 1000 रु. में तैयार होता है। सूत्र बताते हैं कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने इस पोषाहार को 250-300 रुपये में बेचा है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों
को अभयदान की तैयारी
बुलंदशहर। डेयरी में पोषाहार मिलने के मामले में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही।
नरसलघाट क्षेत्र में जिस डेयरी पर पोषाहार मिला है उस क्षेत्र में 10 आंगनबाड़ी कार्यरत हैं। चार आंगनबाड़ी सूचना के बाद मौके पर पहुंची और खुद को बेकसूर बताते हुए अपना स्टॉक की चेकिंग कराने की बात कही। इस दौरान तीन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के नाम सामने आए जिन्होेंने पोषाहार बेचा था। एक कार्यकत्री वकील की पुत्री बताई गई है और दो कार्यकत्री काजीवाड़ा की रहने वाली हैं। डेयरी प्रकरण में विभागी की अधिकारियों की मंशा में खोट नजर आ रहा है।
डेयरी मालिक फारुक जेल में है। उसकी गैरहाजिरी में उसकी पत्नी ही इसे संचालित कर रही थी। उस पर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। - परमानंद झा, तहसीलदार, सदर
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के स्टाक की जांच की जा रही है। स्टॉक में गड़बड़ी मिलने पर उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। - प्रीति सिन्हा, डीपीओ
अवैध डेयरियों पर चला पीला पंजा
बुलंदशहर। तहसीलदार के नेतृत्व में सोमवार को नगर पालिका की टीम ने अवैध निर्माण जमींदोज कर दिए। नरसलघाट निवासी फारूख की डेयरी को ढहाने के बाद पीला पंजा आगे बढ़ा और निर्माण की दीवार, छत और छप्पर आदि गिराई। करीब छह अवैध निर्माण गिराने के बाद स्थानीय लोगों का जमावड़ा मौके पर लग गया। भीड़ बढ़ती देख सरकारी कर्मचारियों के हाथ-पांव फूल गए। चौकी इंचार्ज नरसालघाट ज्ञानेश्वर बौद्ध और लेखपाल मनीष ने भीड़ को नियंत्रित किया और अभियान को मंजिल तक पहुंचाया। दोपहर साढ़े 12 से डेढ़ बजे तक अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी रहा। इस दौरान कुछ लोगों को प्रशासन ने खुद अतिक्रमण हटाने के लिए दो दिन की मोहलत दी। इस मौके पुलिस भी काफी संख्या में मौजूद रही। तहसीलदार परमानंद झा ने कहा कि अगर दबंग अवैध निर्माण को खुद नहीं हटाते हैं तो अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जाएगा। फारूख की डेयरी पर मारे गए छापे की जानकारी तहसीलदार परमानंद झा ने डीएम जीएस प्रियदर्शी को पल-पल दी। अमर उजाला ने डीएम जीएस प्रियदर्शी से बात की तो उन्होंने भी कार्रवाई पर संतुष्टि जाहिर की।
बुलंदशहर। प्रशासन ने सोमवार को नरसलघाट स्थित अवैध डेयरी पर छापा मारा। मौके से आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवतियों और बच्चों को आवंटित होने वाले पोषाहार के 320 पैकेट और 10 बोरे बरामद किए हैं। पोषाहार को पशु खुराक में मिलाकर पशुओं को दिया जा रहा था। प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए इस अवैध डेयरी को जमींदोज कर दिया। संचालिका पर मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है।
पुलिस-प्रशासन की टीम सोमवार सुबह नरसलघाट स्थित डेयरी पहुंची। छापामारी के दौरान टीम को एक कमरे से बड़ी मात्रा में पोषाहार मिला। 16 बोरों में एक-एक किलो पैकिंग के 320 पैकेट थे और 50-50 किलो के 10 बोरे। 10 बोरे खाली बरामद हुए। इनमें 200 पैकेज थे जो पशुओं को खिलाए जा चुके थे। मवेशियों के चारे के लिए अखोर में पोषाहार पानी में भिगोकर रखा गया था।
हर वार्ड में चल रहा ‘खेल’
पोषाहार वितरण को लेकर गांव ही नहीं शहर के हर वार्ड में कालाबाजारी हो रही है। अफसरों की नाक के नीचे सरकारी नुमाइंदे यह गोरखधंधा चला रहे हैं। परियोजना अधिकारी प्रीति सिन्हा के मुताबिक एक किलो पोषाहार की कीमत 50 रुपये होती है। 50 किलो का बैग 1000 रु. में तैयार होता है। सूत्र बताते हैं कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने इस पोषाहार को 250-300 रुपये में बेचा है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों
को अभयदान की तैयारी
बुलंदशहर। डेयरी में पोषाहार मिलने के मामले में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही।
नरसलघाट क्षेत्र में जिस डेयरी पर पोषाहार मिला है उस क्षेत्र में 10 आंगनबाड़ी कार्यरत हैं। चार आंगनबाड़ी सूचना के बाद मौके पर पहुंची और खुद को बेकसूर बताते हुए अपना स्टॉक की चेकिंग कराने की बात कही। इस दौरान तीन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के नाम सामने आए जिन्होेंने पोषाहार बेचा था। एक कार्यकत्री वकील की पुत्री बताई गई है और दो कार्यकत्री काजीवाड़ा की रहने वाली हैं। डेयरी प्रकरण में विभागी की अधिकारियों की मंशा में खोट नजर आ रहा है।
डेयरी मालिक फारुक जेल में है। उसकी गैरहाजिरी में उसकी पत्नी ही इसे संचालित कर रही थी। उस पर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। - परमानंद झा, तहसीलदार, सदर
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के स्टाक की जांच की जा रही है। स्टॉक में गड़बड़ी मिलने पर उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। - प्रीति सिन्हा, डीपीओ
अवैध डेयरियों पर चला पीला पंजा
बुलंदशहर। तहसीलदार के नेतृत्व में सोमवार को नगर पालिका की टीम ने अवैध निर्माण जमींदोज कर दिए। नरसलघाट निवासी फारूख की डेयरी को ढहाने के बाद पीला पंजा आगे बढ़ा और निर्माण की दीवार, छत और छप्पर आदि गिराई। करीब छह अवैध निर्माण गिराने के बाद स्थानीय लोगों का जमावड़ा मौके पर लग गया। भीड़ बढ़ती देख सरकारी कर्मचारियों के हाथ-पांव फूल गए। चौकी इंचार्ज नरसालघाट ज्ञानेश्वर बौद्ध और लेखपाल मनीष ने भीड़ को नियंत्रित किया और अभियान को मंजिल तक पहुंचाया। दोपहर साढ़े 12 से डेढ़ बजे तक अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी रहा। इस दौरान कुछ लोगों को प्रशासन ने खुद अतिक्रमण हटाने के लिए दो दिन की मोहलत दी। इस मौके पुलिस भी काफी संख्या में मौजूद रही। तहसीलदार परमानंद झा ने कहा कि अगर दबंग अवैध निर्माण को खुद नहीं हटाते हैं तो अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जाएगा। फारूख की डेयरी पर मारे गए छापे की जानकारी तहसीलदार परमानंद झा ने डीएम जीएस प्रियदर्शी को पल-पल दी। अमर उजाला ने डीएम जीएस प्रियदर्शी से बात की तो उन्होंने भी कार्रवाई पर संतुष्टि जाहिर की।