सिकंदराबाद/रबूपुरा। निलोनी में मकान की छत पर किसी काम से आई किशोरी एचटी लाइन की चपेट में आने से झुलस गई। बाद में उपचार के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगा गांव में पावर कारपोरेशन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की। बृहस्पतिवार की देर शाम रबूपुरा कोतवाली के गांव निलोनी निवासी फजल मोहम्मद की बेटी रिहाना (12) मकान की छत पर किसी काम से गई थी। छत के ऊपर एचटी लाइन गुजर रही है। लाइन की चपेट में आने से रिहाना गंभीर रूप से झुलस गई। परिजनों ने रिहाना को ग्रेटर नोएडा के निजी अस्पताल में पहुंचाया, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर परिजनों और ग्रामीणों ने गांव में पावर कारपोरेशन के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि एचटी लाइन को हटाने के लिए कई बार मांग की गई लेकिन कोई नहीं सुन रहा। पावर एसडीओ सोनू रस्तोगी का कहना है कि जब पोल गाड़े गए थे तब बस्ती नहीं थी। आबादी बढ़ने से बिजली के पोल बस्ती के अंदर आ गए। मकानों के आगे छज्जा आदि बनाने से भी समस्या पैदा हुई है।
सिकंदराबाद/रबूपुरा। निलोनी में मकान की छत पर किसी काम से आई किशोरी एचटी लाइन की चपेट में आने से झुलस गई। बाद में उपचार के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगा गांव में पावर कारपोरेशन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की। बृहस्पतिवार की देर शाम रबूपुरा कोतवाली के गांव निलोनी निवासी फजल मोहम्मद की बेटी रिहाना (12) मकान की छत पर किसी काम से गई थी। छत के ऊपर एचटी लाइन गुजर रही है। लाइन की चपेट में आने से रिहाना गंभीर रूप से झुलस गई। परिजनों ने रिहाना को ग्रेटर नोएडा के निजी अस्पताल में पहुंचाया, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर परिजनों और ग्रामीणों ने गांव में पावर कारपोरेशन के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि एचटी लाइन को हटाने के लिए कई बार मांग की गई लेकिन कोई नहीं सुन रहा। पावर एसडीओ सोनू रस्तोगी का कहना है कि जब पोल गाड़े गए थे तब बस्ती नहीं थी। आबादी बढ़ने से बिजली के पोल बस्ती के अंदर आ गए। मकानों के आगे छज्जा आदि बनाने से भी समस्या पैदा हुई है।