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खुर्जा। धरपा गांव के प्राथमिक विद्यालय में वितरित की गई आयरन की टैबलेट खाने से बीमार हुए बच्चों के मामले पर परदा डालने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने लीपापोती शुरू कर दी है। स्वास्थ्य अफसरों ने घटना को सामान्य बताकर पल्ला झाड़ लिया है। वहीं घबराए परिजन शुक्रवार को अपने बच्चाें को लेकर धरपा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां चेकअप के बाद बच्चों की तबियत ठीक पाई गई। उन्हें घर भेज दिया गया।
बाल स्वास्थ्य आशीर्वाद गारंटी योजना के तहत बृहस्पतिवार को धरपा स्थित प्राथमिक विद्यालय नंबर एक में धरपा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से स्वास्थ्य शिविर लगाकर बच्चों के सेहत की जांच की गई थी। इस दौरान बच्चों को आयरन की टैबलेट बांटी गई। दवा खाने के बीस मिनट बाद स्कूल में 14 बच्चों की हालत बिगड़ गई। उन्हें चक्कर, उल्टी होने से शिक्षक घबरा गए। सूचना पर पहुंचे अभिभावकों ने हंगामा किया था। फिलहाल प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों की हालत सुधरने के बाद अभिभावकों ने चैन की सांस ली। लेकिन बच्चे क्यों बीमार पड़े, क्या दवा में गड़बड़ी थी या अन्य कोई कारण है। आदि सवालों पर स्वास्थ्य विभाग के अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने मामले की जांच तक की जरूरत नहीं समझी है। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. अशोक हांडा का कहना है कि सभी बच्चों की तबियत ठीक है। शुक्रवार को भी उनकी जांच की गई।
दवा से पहले खाया था मिड-डे मिल
धरपा स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अशोक हांडा का कहना है कि दवा खाने से पहले बच्चों ने मिड डे मील खाया था। कभी-कभी कच्चे चावल खाने से भी परेशानी हो सकती है। जांच की जा रही है।
सीएमओ बोले, जांच का विषय नहीं
सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी का कहना है कि दवाइयाें में कोई कमी नहीं है। आयरन टैबलेट खाने से एसिड बनने के कारण बच्चों को तकलीफ हुई थी। यह जांच का विषय नहीं है। फिर भी जांच की जा रही है।
खुर्जा। धरपा गांव के प्राथमिक विद्यालय में वितरित की गई आयरन की टैबलेट खाने से बीमार हुए बच्चों के मामले पर परदा डालने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने लीपापोती शुरू कर दी है। स्वास्थ्य अफसरों ने घटना को सामान्य बताकर पल्ला झाड़ लिया है। वहीं घबराए परिजन शुक्रवार को अपने बच्चाें को लेकर धरपा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां चेकअप के बाद बच्चों की तबियत ठीक पाई गई। उन्हें घर भेज दिया गया।
बाल स्वास्थ्य आशीर्वाद गारंटी योजना के तहत बृहस्पतिवार को धरपा स्थित प्राथमिक विद्यालय नंबर एक में धरपा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से स्वास्थ्य शिविर लगाकर बच्चों के सेहत की जांच की गई थी। इस दौरान बच्चों को आयरन की टैबलेट बांटी गई। दवा खाने के बीस मिनट बाद स्कूल में 14 बच्चों की हालत बिगड़ गई। उन्हें चक्कर, उल्टी होने से शिक्षक घबरा गए। सूचना पर पहुंचे अभिभावकों ने हंगामा किया था। फिलहाल प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों की हालत सुधरने के बाद अभिभावकों ने चैन की सांस ली। लेकिन बच्चे क्यों बीमार पड़े, क्या दवा में गड़बड़ी थी या अन्य कोई कारण है। आदि सवालों पर स्वास्थ्य विभाग के अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने मामले की जांच तक की जरूरत नहीं समझी है। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. अशोक हांडा का कहना है कि सभी बच्चों की तबियत ठीक है। शुक्रवार को भी उनकी जांच की गई।
दवा से पहले खाया था मिड-डे मिल
धरपा स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अशोक हांडा का कहना है कि दवा खाने से पहले बच्चों ने मिड डे मील खाया था। कभी-कभी कच्चे चावल खाने से भी परेशानी हो सकती है। जांच की जा रही है।
सीएमओ बोले, जांच का विषय नहीं
सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी का कहना है कि दवाइयाें में कोई कमी नहीं है। आयरन टैबलेट खाने से एसिड बनने के कारण बच्चों को तकलीफ हुई थी। यह जांच का विषय नहीं है। फिर भी जांच की जा रही है।