आपात बैठक कर लिया मंडी बंद करने का निर्णय, गेहूं खरीद में अव्यवस्थाओं को लेकर है नाराजगी
औरंगाबाद। गेहूं खरीद में दी गई छूट व्यापारियों को रास नहीं आ रही है। कृषि उत्पादन मंडी के व्यापारियों ने गेहूं के निर्धारित सरकारी रेट 1285 रुपये प्रति कुंतल को ज्यादा बताते और अन्य समस्याओं को लेकर गेहूं खरीदना बंद कर दिया है। गल्ला व्यापारियों ने रविवार से बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी है।
सरकारी रेट 1285 रुपये रेट के बजाय व्यापारी 1120 रूपये में गेहूं की खरीद कर रहे हैं। भाकियू कार्यकर्ताओं ने शनिवार में मंडी इंस्पेक्टर को बंधक बनाकर समर्थन मूल्य 1285 रुपये से कम पर मंडी में गेहूं लेने पर दुकान तत्काल बंद कराने की चेतावनी दी थी। भाकियू की चेतावनी से घबराएं व्यापारियों ने शनिवार देर शाम प्रमुख गल्ला व्यापारी विजय गुप्ता के आवास पर आपात बैठक की। गल्ला व्यापार संघ के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि 21 से 23 मई तक का भुगतान प्रदेश सरकार ने अभी तक नहीं किया है। किसान व्यापारियों को परेशान कर रहे हैं। मुन्ना लाल गुप्ता ने कहा कि 24 मई को तुलने के लिए इमलिया गोदाम पर गए गेहूं के वाहनों की अभी तक तौल नहीं हो पाई है। जिससे ट्रांसपोर्टरों ने गेहूं ले जाना बंद कर दिया है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक अव्यवस्थाएं दूर नहीं होगी व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेगे। व्यापारियों ने रविवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल कर मंडी बंद करने की घोषणा की है। जयप्रकाश गुर्जर, देवी सरन गोयल, विजय सैनी, मंटू अग्रवाल, विजय जाटव, लल्लू गोयल, शरद भटनागर, रामपाल चौधरी, राजीव गुप्ता, आनंद गुप्ता, मुकेश गुप्ता, अनिल प्रधान, बब्ली आदि बैठक में मौजूद रहे।