भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने टिकट वितरण पर मची आपाधापी पर रुख किया साफ
बोले, सड़क पर उतरकर अपनी विश्वसनीयता न खोएं कार्यकर्ता
फैक्स के जरिए लखनऊ कार्यालय भेज सकते हैं अपनी शिकायत
बुलंदशहर। निकाय चुनाव के लिए भाजपा के घोषित उम्मीदवारों के नामों को लेकर पार्टी के भीतर मचे घमासान पर प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने रुख साफ किया है। वाजपेयी ने कहा है कि घोषित उम्मीदवारों के नामों पर पार्टी पुनर्विचार नहीं करेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतरकर अपनी विश्वसनीयता नहीं खोने की नसीहत दी।
प्रदेश में निकाय चुनाव में टिकट वितरण को लेकर भाजपा में घमासान मचा है। पार्टी के आला नेताओं पर टिकट वितरण में सक्रिय कार्यकर्ताओं को तरजीह न देने के आरोप लग रहे हैं। ज्यादातर जिलों में पार्टी में बगावत के स्वर फूट रहे हैं। मेरठ में रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष का पुतला फूंक कर विरोध जताया। बुलंदशहर में भी पार्टी कार्यकर्ता नाकाज हैं। महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष ने बगावती तेवर अपना कर निर्दलीय पर्चा भरने तक की चेतावनी दी है। उम्मीदवारी की दावेदारी को लेकर यह विरोध अधिकतर जिलों में है। अंतर्कलह को थामना प्रदेश अध्यक्ष के लिए चुनौती बना हुआ है। ऐसे में उन्होंने भी अब कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। विरोध के बावजूद प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने घोषित किए जा चुके उम्मीदवारों के नामों पर पुनर्विचार से साफ इनकार किया है। उनका कहना है कि जो भी निर्णय लिया गया है वह सोच समझ और मंथन के बाद लिया गया है। उन्होंने विरोध कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि सड़कों पर उतरकर कार्यकर्ता अपनी और पार्टी की विश्वसनीयता न खोएं। अगर उन्हें शीर्ष नेतृत्व तक अपनी बात पहुंचानी है तो फैक्स के जरिए प्रदेश कार्यालय को लिखित में शिकायत पहुंचा सकते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी बेवजह है।