दिल्ली की टूरिस्ट कंपनी पर चीन का वीजा न दिलाने की आरोप
बुलंदशहर की डॉक्टर फैमिली भी फंसी है पीड़ितों में शामिल
बुलंदशहर। दिल्ली से मानसरोवर यात्रा पर गए एक दल को नेपाल में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। 30 मई की रात वीजा न होने के कारण 50 श्रद्धालुओं को काठमांडू एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। तब से यह लोग दिल्ली स्थित टूरिस्ट कंपनी से संपर्क कर रहे हैं लेकिन, शुक्रवार शाम तक कोई कारगर हल नहीं निकला था। इसी दल में शामिल बुलंदशहर की एक डाक्टर फैमिली के परिजन भी इस घटना से चिंतित हैं।
बुलंदशहर के प्रसिद्ध चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. कपिल रस्तोगी ने पत्नी डॉ. रोली रस्तोगी और भाई विशाल रस्तोगी के दिल्ली मालवीय मार्ग स्थित श्रेष्ठा होलीडे प्रा. लिमिटेड से नेपाल होते हुए मानसरोवर के लिए पैकेज बुक कराया था। विशाल ने शुक्रवार दोपहर मोबाइल (9779802076016) से बताया कि 30 मई को जाने वाले दल में प्रति यात्री 80 हजार रुपये में बुकिंग हुई थी। टिकट देने पर वीजा के लिए पासपोर्ट जमा करा लिए गए थे। औपचारिकताओं के बाद करीब 250 यात्रियों का जत्था फ्लाइट से नेपाल रवाना हो गया। 30 मई देर रात काठमांडू एयरपोर्ट यात्रियों की चेकिंग हुई। इसमें जिनके पास चीन जाने का वीजा था उन्हें जाने दिया गया जबकि 50 यात्रियों को रोक दिया गया। परेशान यात्रियों ने वहां पर हंगामा किया और टूरिस्ट कंपनी से संपर्क साधा। इस पर कंपनी ने उन्हें क्रॉउन प्लाजा होटल काठमांडू में ठहरा दिया। इधर, बुलंदशहर में डाक्टर के परिजन भी परेशान हैं।
परेशान
मेरे साथ 50 लोग काठमांडू में हैं। ग्रुप में दिल्ली के 30, बुलंदशहर के चार, शेष गुजरात, मद्रास और महाराष्ट्र के लोग हैं। कंपनी वाले दो दिन से कह रहे हैं वीजा भेजा जा रहा है। - अरुण नारंग, पीड़ित श्रद्धालु, काठमांडू
दिक्कत नहीं
सभी यात्रियों के वीजा काठमांडू भेज दिए गए हैं। देर रात तक या फिर शनिवार सुबह तक सभी को होटल में ही वीजा मिल जाएंगे। - सोयम ग्रोवर, हेड मिस, श्रेष्ठा होलीडे प्रा. लिमिटेड, दिल्ली