बुलंदशहर। मनरेगा में अब हेराफेरी कर पाना मुश्किल होगा। एक जून से जिले के अरनियां ब्लॉक में मनरेगा योजना के लिए बनने वाले मस्टर रोल से लेकर भुगतान की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। जिले के शेष 15 ब्लॉक में भी में जून के अंतिम सप्ताह तक योजना को कंप्यूटरीकृत कर दिया जाएगा। योजना के बारे में जॉब कार्ड धारकों को भी जानकारी दी जाएगी।
राजस्थान, उड़ीसा, गुजरात और कर्नाटक के बाद उत्तर प्रदेश में ईएफएमएस (इलेक्ट्रॉनिक फंडिंग मैनेजमेंट सिस्टम) लागू करने की शुरूआत सबसे पहले बुलंदशहर जिले से की।
जिले के जॉब कार्ड धारकों के 70 हजार बैंक खातों के सत्यापन का काम किया जा रहा है। करीब 75 फीसदी खातों का सत्यापन पूरा हो चुका है। बैंक खातों का सत्यापन के बाद उन्हें फ्रीज कर दिया जाएगा। इसके बाद बिना बैंक अधिकारियों के हस्तक्षेप किया जाना मुश्किल होगा। सेक्रेटरी और ग्राम प्रधानाें के डिजीटल हस्ताक्षर को कंप्यूटर पर अपलोड़ कर दिया जाएगा। इसके बाद मनरेगा योजना का हर काम कंप्यूटर पर होगा। मस्टर रोल भी कंप्यूटर पर ही भरा जाएगा।
सीडीओ सुनील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि डिजीटल सिग्नेचर लेने और बैंक खातों के सत्यापन का काम 26 मई तक पूरा करने के निर्देश दिए।
उनका कहना है कि सबसे पहले अरनियां ब्लाक में ईएफएमएस योजना को शुरू कर दिया जाएगा। एक जून से अरनियां ब्लॉक में योजना ऑनलाइन होने के बाद सभी काम कंप्यूटर पर ही किए जाएंगे।
बुलंदशहर। मनरेगा में अब हेराफेरी कर पाना मुश्किल होगा। एक जून से जिले के अरनियां ब्लॉक में मनरेगा योजना के लिए बनने वाले मस्टर रोल से लेकर भुगतान की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। जिले के शेष 15 ब्लॉक में भी में जून के अंतिम सप्ताह तक योजना को कंप्यूटरीकृत कर दिया जाएगा। योजना के बारे में जॉब कार्ड धारकों को भी जानकारी दी जाएगी।
राजस्थान, उड़ीसा, गुजरात और कर्नाटक के बाद उत्तर प्रदेश में ईएफएमएस (इलेक्ट्रॉनिक फंडिंग मैनेजमेंट सिस्टम) लागू करने की शुरूआत सबसे पहले बुलंदशहर जिले से की।
जिले के जॉब कार्ड धारकों के 70 हजार बैंक खातों के सत्यापन का काम किया जा रहा है। करीब 75 फीसदी खातों का सत्यापन पूरा हो चुका है। बैंक खातों का सत्यापन के बाद उन्हें फ्रीज कर दिया जाएगा। इसके बाद बिना बैंक अधिकारियों के हस्तक्षेप किया जाना मुश्किल होगा। सेक्रेटरी और ग्राम प्रधानाें के डिजीटल हस्ताक्षर को कंप्यूटर पर अपलोड़ कर दिया जाएगा। इसके बाद मनरेगा योजना का हर काम कंप्यूटर पर होगा। मस्टर रोल भी कंप्यूटर पर ही भरा जाएगा।
सीडीओ सुनील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि डिजीटल सिग्नेचर लेने और बैंक खातों के सत्यापन का काम 26 मई तक पूरा करने के निर्देश दिए।
उनका कहना है कि सबसे पहले अरनियां ब्लाक में ईएफएमएस योजना को शुरू कर दिया जाएगा। एक जून से अरनियां ब्लॉक में योजना ऑनलाइन होने के बाद सभी काम कंप्यूटर पर ही किए जाएंगे।