सिकंदराबाद। मनरेगा के तहत सरकारी अफसरों ने टारगेट पूरा करने की मंशा से हजारों गैर जरूरतमंद लोगों को फर्जी जॉब कार्ड जारी कर दिए गए हैं। फर्जीवाड़े की पुष्टि इसी बात से की जा सकती है कि जॉब कार्ड धारकों ने वर्ष में एक बार भी सरकार से मनरेगा के तहत काम नहीं मांगा। इतना ही नहीं 3474 जॉब कार्ड धारकों ने बैंक एकाउंट तक खुलवाना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि अब ऐसे तमाम जॉब कार्डों को निरस्त करने की कार्रवाई प्रशासन ने शुरू कर दी है।
मनरेगा योजना में बेरोजगारों के लिए सरकार ने जॉब कार्ड का इंतजाम भी किया है। मसलन जिस शख्स के पास जॉब कार्ड होगा, उसी को मनरेगा के तहत रोजगार दिया जाएगा। विकास खंड की रिपोर्ट बताती है कि मनरेगा की शुरूआत में सिकंदराबाद ब्लॉक क्षेत्र में बेरोजगार 8311 महिला-पुरुषों ने जॉब कार्ड बनवाए थे। बाद में जांच हुई तो 3474 जॉब कार्ड धारक ऐसे पाए गए, जिन्होंने एक बार भी काम नहीं मांगा। बताया जा रहा है कि ये जॉब कार्ड अफसरों ने टारगेट पूरा करने के लिए आनन-फानन में तैयार करवाए थे।
ऐसे तमाम जॉब कार्डों को निरस्त किया जाएगा। फिलहाल 3474 जॉब कार्ड धारक ऐसे मिले हैं जिनको योजना के तहत काम की जरुरत नहीं है। अफसरों ने नहीं बल्कि लोगों ने जानबूझ कर ऐसा किया है। ताकि इनको दूसरी योजनाओं का लाभ मिल सके। - योगेंद्र लाल, बीडीओ, सिकंदराबाद