बुलंदशहर/ सिकंदराबाद। सिकंदराबाद के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सोमवार की सुबह तड़के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एचएस दानू ने छापा मारा। छापेमारी में अस्पताल के अधीक्षक सहित नौ लोग अनुपस्थित मिले। सीएमओ ने अनुपस्थित स्टाफ का एक-एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी अनुपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों से एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है। साथ ही इस पूरे मामले की रिपोर्ट शासन को भी भेजी जा रही है।
शासन की ओर से शुरू किए गए शिकायत के टोल फ्री नंबर पर मिली एक शिकायत के बाद हुई छापेमारी से अफसर सकते में हैं। सीएमओ ने सोमवार सुबह सिकंदराबाद अस्पताल में छापेमारी की। उन्होंने सारे विभागों में उपस्थिति पंजिका और ड्यूटी रजिस्टर देखे। इस छापे से इलाज के दौरान होने वाली लापरवाही भी उजागर हुई। अस्पताल अधीक्षक, चार डॉक्टर और पांच कर्मचारी गैरहाजिर मिले। मरीजों ने यह आरोप भी लगाया कि अक्सर पैथोलॉजी बंद रहती है।
मरीजों को रेफर करने की दी जाती थी सलाह
सीएमओ के छापे के दौरान यह बात भी खुली कि स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों को भर्ती करने या उन्हें देखने से पहले निजी डाक्टरों के यहां रेफर करने की कोशिश की जाती थी। पैथोलॉजी लैब और ओपीडी में भी कई शिकायतें सीएमओ को मिली। सीएमओ ने बताया कि शिकायतों की रिपोर्ट अलग से शासन को भेजी जा रही है।
टोल फ्री नंबर और फटाफट एक्शन
सिकंदराबाद। राजकीय संयुक्त अस्पताल की पैथोलॉजी बंद मिलने पर सोमवार को कुछ मरीजों ने ही टोल फ्री नंबर पर इसकी शिकायत की थी। उनकी शिकायत पर हुए तत्काल एक्शन ने मरीजों को भी हैरत में डाल दिया है। स्वास्थ्य विभाग के लखनऊ स्थित मुख्यालय से संचालित होने वाले इस टोल फ्री नंबर से इतनी जल्दी कार्रवाई की उम्मीद उन्हें भी नहीं थी लेकिन करीब डेढ़ घंटे में ही मुख्यालय के निर्देश पर सीएमओ के अस्पताल पहुंचने से उन्होंने काफी राहत भी महसूस की।
आप भी कर सकते हैं शिकायत दर्ज...
अगर आप सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं से संतुष्ट नहीं हैं तो टोल फ्री नंबर 1800-180-5145 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी टोल फ्री नंबर पर शिकायत का कोई पैसा नहीं लगता।