खुर्जा। अलीगढ़ जिले के भोजपुरा गांव में रविवार को आयोजित निकाह समारोह से बची बिरयानी खाने से ठैंगोरा गांव में 17 बच्चों को फूड प्वायजनिंग हो गया। दूल्हे का रिश्तेदार बची हुई बिरयानी समारोह से ले आया था और सोमवार को उसने उसे गांव में बच्चों को बांट दिया था। बच्चों की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से 12 बीमार बच्चों को खुर्जा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। पांच बच्चों का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
अरनिया क्षेत्र के गांव ठैंगोरा निवासी हारुन के रिश्तेदार आरिफ निवासी भोजपुरा का रविवार को निकाह हुआ। निकाह समारोह से बची बिरियानी को हारुन गांव ले आया। सोमवार को हारुन और उसके परिजनों ने बासी बिरियानी गांव के बच्चों को बांट दी। बासी बिरियानी खाने से बच्चों को फूड प्वायजनिंग हो गया और उन्हें उल्टी-दस्त होने लगे। एक के बाद एक बच्चों के बीमार होने से गांव में हड़कंप मच गया।
ग्रामीणों की मदद से परिजनों ने आनन-फानन में आरिश (5), समरीन (4), असद (4), अकरम (8), इफ्तिकार (4), मुस्तफा (3), वसीम (8), अयान (5), शाहरुख (12), इकरा (8), शानू (10), समीर (5) को खुर्जा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। ग्रामीणों ने बताया कि इनके अलावा गांव के पांच और बच्चे बीमार हुए हैं। उनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। सीएमएस एमडी शर्मा ने बताया कि बीमार बच्चोें को ग्रामीण समय पर अस्पताल ले आए और सभी का उपचार किया जा रहा है। बच्चों की स्थिति अब ठीक हो रही हैै।
बच्चों की हालत देख बुलाए बाल रोग विशेषज्ञ
खुर्जा। सरकारी अस्पताल में ठैंगोरा गांव के फूड प्वॉयजनिंग से प्रभावित बच्चों को लाया गया, तब उनकी हालत गंभीर थी। बच्चे बार-बार उल्टियां कर रहे थे। बच्चों की हालत देखकर सीएमएस डॉ. एमडी शर्मा ने फोन कर महिला सरकारी अस्पताल से डिप्टी सीएमओ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. ललित को बुला लिया। डॉ. ललित बच्चों के उपचार में जुटे और स्थिति को नियंत्रण में कर लिया।
गांव में मची अफरातफरी
खुर्जा। बच्चों के बीमार होने पर गांव में अफरातफरी मची रही। बीमार बच्चों को ग्रामीण गांव से वैन में बच्चों को लेकर अस्पताल के िलए चले। परिजनों को घटना की जानकारी हुई, तो वह भी अस्पताल की ओर दौड़े।