बीबीनगर। बीबीनगर क्षेत्र के गांव चित्सौना अल्लीपुर में बुधवार को पकड़ने के दौरान हुई फिशिंग कैट प्रजाति के तेंदुए की मौत में अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस पर किसानों ने नाराजगी भी जताई है।
बुधवार को चित्सौना अल्लीपुर के पास एक खेत में तेंदुआ घुस गया था। जब लोगों ने उसे घेरा तो वह जान बचाने के लिए यूकेलिप्टस के करीब 30 फुट ऊं चे पेड़ पर जा चढ़ा। बुलंदशहर और मेरठ से आए वन विभाग के कर्मचारियों ने उसे पकड़ने की काफी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। आखिरकार ग्रामीणों ने पेड़़ हिलाकर तेंदुए को गिरा दिया। काफी ऊंचाई से गिरने के कारण घायल तेंदुए ने स्याना पशु अस्पताल जाते समय दम तोड़ दिया था। वन विभाग के अधिकारी इस मौत के लिए गांव वालों को दोषी मान रहे हैं। इसी क्रम में वन रक्षक विनोद कुमार ने बृहस्पतिवार को बीबीनगर थाने में अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के कर्मचारी तेंदुए को पकड़ने में विफल रहे। उन्होंने उसे जिंदा पकड़ कर विभाग के कर्मचारियों को सौंपा था। बाद में उसकी मौत हो गई।
पानी की तलाश में बस्ती में आ जाते हैं जानवर
बीबीनगर। जंगलों के तेजी से कटान और पानी की तलाश में जानवर बस्तियों में आ जाते हैं। चित्सौना अल्लीपुर में मारे गए फिशिंग कैट प्रजाति के तेंदुए पहले भी इस इलाके में देखे जाते रहे हैं। एक वर्ष पूर्व स्याना क्षेत्र के ग्राम किसौला में भी लगातार तीन दिन तक तेंदुए का आतंक रहा था। उसी दौरान बुगरासी में बुकलाना रोड पर भी तेंदुआ देखा गया। लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व कस्बे के मोहल्ला तकिया वाला में हिरन घुस आया था। उसे कुत्तों ने घेर रखा था लेकिन लोगों ने बचाकर उसे वन विभाग को सौंपा।